क्या चंडीगढ़ पीजीआई में लाया गया आईएएस वाई पुरन कुमार का शव?

सारांश
Key Takeaways
- वाई पुरन कुमार का शव पीजीआई लाया गया है।
- पोस्टमार्टम आज किया जाएगा।
- परिवार की मर्जी के खिलाफ शव को भेजा गया है।
- पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी है।
- इस मामले में पारदर्शिता से जांच की जाएगी।
चंडीगढ़, 11 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। आईएएस अधिकारी वाई पुरन कुमार का शव चंडीगढ़ के प्रसिद्ध पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (पीजीआई) लाया गया है। आज उनके पोस्टमार्टम की प्रक्रिया की संभावना जताई जा रही है।
पीजीआई के मोर्चरी में डॉक्टरों की एक टीम पहुंच चुकी है, जो पोस्टमार्टम के लिए तैयार हो रही है। चंडीगढ़ पुलिस की एक बड़ी संख्या मोर्चरी के बाहर तैनात की गई है। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी, जिनमें चंडीगढ़ के आईजी, एसएसपी और एसपी शामिल हैं, भी मौके पर मौजूद हैं और स्थिति की निगरानी कर रहे हैं।
इस बीच, अवनीत पी कुमार के भाई और आईपीएस अधिकारी के रिश्तेदार अमित रतन ने कहा कि शव को उनकी मर्जी के खिलाफ पोस्टमार्टम के लिए ले जाया जा रहा है। अमित रतन भटिंडा ग्रामीण सीट से आम आदमी पार्टी के विधायक हैं।
जानकारी के अनुसार, वाई पुरन कुमार की पत्नी अभी उनके सेक्टर 24 स्थित आवास पर हैं। परिवार और पुलिस के बीच समन्वय बनाए रखने के लिए अधिकारी उनके साथ संपर्क में हैं। अभी तक मौत के कारणों का खुलासा नहीं हुआ है, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट से इसकी जानकारी मिलने की उम्मीद है।
स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, वाई पुरन कुमार के निधन की खबर से प्रशासनिक और सामाजिक हलकों में शोक की लहर है। उनकी डेड बॉडी को पीजीआई लाने के बाद से ही सुरक्षा बढ़ा दी गई है ताकि किसी भी तरह की अफवाह या अराजकता से बचा जा सके। पुलिस ने इलाके में गश्त भी तेज कर दी है।
वहीं, पीजीआई प्रशासन ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद रिपोर्ट संबंधित अधिकारियों को सौंपी जाएगी, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई होगी। इस बीच, चंडीगढ़ पुलिस ने लोगों से शांति बनाए रखने और अफवाहों से बचने की अपील की है। वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच पूरी पारदर्शिता के साथ की जाएगी और परिवार को हर संभव सहायता दी जाएगी।
यह जानना महत्वपूर्ण है कि हरियाणा के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वीआई पुरन कुमार ने जातिगत भेदभाव से परेशान होकर आत्महत्या कर ली थी। इस घटना को लेकर लोगों में रोष है और इसमें संलिप्त लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की जा रही है।