क्या एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर चिराग पासवान ने स्पष्टता दी है?

सारांश
Key Takeaways
- चिराग पासवान ने कहा कि सम्मान से समझौता नहीं होगा।
- कांग्रेस की चुनाव लड़ने की हिम्मत पर सवाल उठाया।
- सीट बंटवारे को लेकर चर्चा तेज हो रही है।
पटना, 22 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में इस वर्ष होने वाले चुनावों के लिए राजनीतिक दलों ने तैयारियाँ आरंभ कर दी हैं। एनडीए के घटक दलों में अब सीट बंटवारे को लेकर चर्चा तेज हो गई है।
इस बीच, एनडीए में शामिल लोजपा (रामविलास) के नेता और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा कि सीटों का बंटवारा सम्मानजनक रहेगा। उन्होंने कहा, "सम्मान से समझौता कर कौन किस गठबंधन में रह सकता है?" पटना में पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि अब शुभ दिन आ गया है। नवरात्र का पहला दिन है, अब शुभता की शुरुआत होगी।
बिहार की राजधानी पटना में कांग्रेस की कार्यसमिति की बैठक को लेकर उन्होंने कहा कि कांग्रेस में इतनी हिम्मत नहीं है कि वह अकेले चुनाव में उतर सके। यह देश की सबसे पुरानी पार्टी है। उन्हें एक बार बिहार में अकेले चुनाव लड़कर देखना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस के पास खोने के लिए कुछ नहीं है, फिर भी अकेले चुनाव लड़ने की हिम्मत नहीं है, न ही बिहार की सबसे पुरानी पार्टियों में से एक राजद के पास है। ये लोग कभी अकेले चुनाव नहीं लड़ते।
लोजपा (रामविलास) के प्रमुख ने कहा कि वे हमें निशाना बनाएंगे। अगर हम अकेले चुनाव लड़ते हैं, तो क्या हो जाता है? कम से कम अकेले चुनाव लड़ने की हिम्मत तो रखनी चाहिए। उन्होंने पूछा कि क्या इनमें से किसी में भी हिम्मत है कि एक बार अकेले चुनाव लड़ कर दिखाएं।
चिराग पासवान ने कांग्रेस की कार्यसमिति की बैठक को गठबंधन में वर्चस्व की लड़ाई बताया। उन्होंने कहा कि यह कहीं न कहीं दबाव की राजनीति है। जिस दबाव में नेता प्रतिपक्ष कहते हैं कि हम 243 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। राहुल गांधी राजद के नेता तेजस्वी यादव के साथ पूरी यात्रा करते हैं, लेकिन कभी भी मुख्यमंत्री के नाम पर सहमति नहीं बनती। उन्होंने कहा कि सीडब्ल्यूसी में कांग्रेस के सभी बड़े नेता रहेंगे। ऐसे में यह केवल दबाव है।
—राष्ट्र प्रेस
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