क्या मेघालय के सीएम कॉनराड संगमा ने अम्पारीन लिंगदोह के आरोपों को गलत बताया?

Click to start listening
क्या मेघालय के सीएम कॉनराड संगमा ने अम्पारीन लिंगदोह के आरोपों को गलत बताया?

सारांश

मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा ने हाल ही में चार एनपीपी विधायकों के मंत्रिमंडल से हटाए जाने पर उठे विवाद पर अपनी स्थिति स्पष्ट की है। उन्होंने पत्र भेजने की प्रक्रिया को सही ठहराया और नेताओं के अनुभव का ध्यान रखने की बात कही। जानें पूरी कहानी में क्या हुआ।

Key Takeaways

  • मुख्यमंत्री संगमा ने विधायकों को हटाने के लिए पत्र भेजा था।
  • नेताओं के अनुभव का ध्यान रखा गया है।
  • मंत्रिमंडल में संतुलन बनाने के लिए प्रयास किया गया।
  • राज्य की विविधता और जनता की अपेक्षाओं को संतुलित किया गया।
  • सीएम के लिए निर्णय लेना आसान नहीं था।

शिलांग, 30 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा ने स्पष्ट किया है कि इस महीने की शुरुआत में जिन चार एनपीपी विधायकों को राज्य मंत्रिमंडल से हटाया गया था, उन्हें इस संदर्भ में एक पत्र भेजा गया था और वे सभी इसे प्राप्त कर चुके हैं।

अम्पारीन लिंगदोह, जिन्हें नई दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान मंत्रिमंडल से बाहर किए जाने पर शर्मिंदगी उठानी पड़ी थी, के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री संगमा ने कहा कि 12 सितंबर की रात करीब 8 बजे उन्होंने एनपीपी के सभी चार मंत्रियों को उन्हें मंत्रिमंडल से बाहर किए जाने के निर्णय के बारे में एक पत्र भेजा था।

सीएम ने कहा, ''पत्र भेजा गया था और उन्हें वह मिला है। मुझे उम्मीद है कि जब उन्हें मुख्यमंत्री का पत्र मिलेगा, तो वे इसे पढ़ेंगे।''

संगमा ने पुष्टि करते हुए कहा कि एनपीपी मंत्री को पत्र मिले थे और प्रक्रिया का पालन किया गया था।

सीएम संगमा ने कहा कि यह कहना कि काबिल और अनुभवी नेताओं को हटाया गया, यह धारणा तर्कसंगत नहीं है। उन्होंने कहा कि उन्होंने क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व, अनुभव, वरिष्ठता और युवाओं के बीच समायोजन करके एक संतुलित मंत्रिमंडल बनाने की कोशिश की है।

उन्होंने कहा कि कुछ वर्तमान मंत्री बहुत अधिक अनुभव रखते हैं और सार्वजनिक जीवन में लंबे समय से सक्रिय हैं।

मुख्यमंत्री ने बताया कि उन्हें मंत्रिमंडल पुनर्गठन करते वक्त राज्य के री भोई, नॉर्थ गारो हिल्स और पश्चिम खासी हिल्स जैसे इलाकों की उम्मीदों और आकांक्षाओं का भी ध्यान रखना पड़ा। इसलिए यह परिवर्तन करते समय उन्होंने प्रदेश की विविधता और जनता की अपेक्षाओं को संतुलित करने की जिम्मेदारी समझी।

सीएम संगमा ने कहा कि उनके लिए यह फैसला लेना इतना आसान नहीं था, लेकिन उन्होंने सभी क्षेत्रों को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि सीएम कुर्सी के साथ बड़ी जिम्मेदारी भी आती है और हमारा कर्तव्य है कि हम जनता की भलाई के लिए काम करें।

Point of View

यह स्पष्ट है कि मुख्यमंत्री का निर्णय राजनीतिक आवश्यकताओं के अनुसार है। हालांकि यह विवादित है, लेकिन हर राज्य में नेतृत्व का निर्णय क्षेत्रीय संतुलन और अनुभव के मद्देनजर लिया जाता है।
NationPress
30/09/2025

Frequently Asked Questions

क्या मुख्यमंत्री संगमा ने विधायकों को हटाने के लिए पत्र भेजा था?
हाँ, मुख्यमंत्री संगमा ने सभी चार एनपीपी विधायकों को मंत्रिमंडल से बाहर किए जाने के फैसले के बारे में पत्र भेजा था।
क्या विधायकों को हटाने का निर्णय सही था?
मुख्यमंत्री ने कहा है कि यह निर्णय क्षेत्रीय संतुलन और अनुभव के आधार पर लिया गया है।
मुख्यमंत्री ने किस तरह की प्रक्रिया का पालन किया?
संगमा ने बताया कि सभी विधायकों को पत्र भेजकर उन्हें निर्णय के बारे में सूचित किया गया।