क्या चुनाव आयोग के मतदाता पुनरीक्षण का कांग्रेस विरोध कर रही है? : कृष्णा अल्लावरु

सारांश
Key Takeaways
- चुनाव आयोग के मतदाता पुनरीक्षण पर विवाद बढ़ रहा है।
- कांग्रेस ने कहा कि यह युवाओं और अल्पसंख्यकों के अधिकारों का हनन है।
- इंडिया गठबंधन का रोडमैप रोजगार और सामाजिक न्याय पर केंद्रित होगा।
पटना, 30 जून (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग के मतदाता पुनरीक्षण को लेकर विपक्ष ने आक्रामक रुख अपनाया है। इसी संदर्भ में, कांग्रेस के बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावरु ने भाजपा पर तीखा हमला किया है। उन्होंने कहा कि इनका उद्देश्य केवल एक ही है।
उन्होंने पटना में मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि पहले वे मतदाता सूची में धांधली बैकडोर के माध्यम से कर रहे थे; अब वे चुनाव आयोग की सहमति से ऐसा करेंगे। कांग्रेस का स्पष्ट संदेश है कि हम इस विरोध में संघर्ष करेंगे।
कृष्णा अल्लावरु ने कहा कि कांग्रेस इस मतदाता पुनरीक्षण प्रक्रिया का विरोध करती है, क्योंकि यह युवा, पिछड़े, अति पिछड़े, दलित, और अल्पसंख्यकों को मतदाता सूची से हटाने की साजिश है। यह उन लोगों को चुन-चुनकर हटाने की कोशिश है।
उन्होंने जोर देकर कहा कि हम चुनाव आयोग के मतदाता पुनरीक्षण का सख्त विरोध करते हैं।
इंडिया गठबंधन के घोषणा पत्र उपसमिति की बैठक को लेकर कृष्णा अल्लावरु ने कहा कि आज इंडिया गठबंधन के घोषणा पत्र उपसमिति की बैठक का आयोजन हो रहा है। हमारा लक्ष्य है कि बिहार बिहारियों के लिए बने और एक बेहतर बिहार का निर्माण हो। इसी कारण, हम कमाई, पढ़ाई, दवाई, और सामाजिक न्याय पर ध्यान केंद्रित करेंगे।
उन्होंने कहा कि इन्हीं मुद्दों के इर्द-गिर्द इंडिया गठबंधन का रोडमैप तैयार किया जाएगा और बिहार के लोगों की भलाई सुनिश्चित की जाएगी। राजद नेता तेजस्वी यादव के नौकरी और रोजगार देने के वादे पर उन्होंने कहा कि बिहार में नौकरी, कमाई, रोजगार, साथ ही पढ़ाई और दवाई, इंडिया गठबंधन के प्रमुख मुद्दे होंगे।
यह ध्यान देने योग्य है कि बिहार में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सभी दल अपनी तैयारियों में जुट गए हैं। कांग्रेस इस चुनाव में अपनी खोई हुई जमीन की तलाश में जुटी है। पार्टी के केंद्रीय नेता लगातार बिहार का दौरा कर रहे हैं।