क्या '8 सितंबर' क्रिकेट के इतिहास का काला दिन है जब लॉरी विलियम्स ने अपनी जान गंवाई?

सारांश
Key Takeaways
- लॉरी विलियम्स एक प्रतिभाशाली तेज गेंदबाज थे।
- उन्हें स्विंग और सटीक लाइन-लेंथ के लिए जाना जाता था।
- उनका योगदान वेस्टइंडीज क्रिकेट के लिए अमूल्य था।
- वह हमेशा युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत रहेंगे।
- उनकी यादें आज भी क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में जिंदा हैं।
नई दिल्ली, 7 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। क्रिकेट प्रेमियों के लिए '8 सितंबर' का दिन हमेशा के लिए एक दुखद स्मृति बन गया है। इसी दिन वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज लॉरी विलियम्स ने सड़क दुर्घटना के कारण अपनी जान खो दी।
लॉरी का जन्म 12 दिसंबर 1968 को जमैका में हुआ था। उन्होंने 1989/90 में अपने फर्स्ट क्लास करियर की शुरुआत की।
वह अपनी स्विंग और सटीक लाइन-लेंथ के लिए जाने जाते थे। लॉरी ने घरेलू क्रिकेट में अपने खेल से कई यादगार जीत दिलाई।
उन्होंने 30 मार्च 1996 को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखा। पहले मैच में भले ही उन्होंने कोई विकेट नहीं लिया, लेकिन अगले मैच में उन्होंने अपनी प्रतिभा साबित की।
3 अप्रैल को न्यूजीलैंड के खिलाफ जॉर्जटाउन में उन्होंने 4.5 ओवर में 16 रन देकर तीन विकेट लिए, लेकिन उनकी टीम इस मैच को चार रन से हार गई।
उनका जज्बा और समर्पण युवा क्रिकेटरों के लिए प्रेरणादायक था, लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण था कि वह ज्यादा समय तक खेल नहीं सके।
8 सितंबर 2002 को 33 वर्षीय लॉरी अपने 23 वर्षीय भाई केविन जेनिसन के साथ कार में सवार थे, जब उनकी गाड़ी एक बस से टकरा गई। यह दर्दनाक हादसा उनके जीवन का अंत बन गया।
1996 से 2001 के बीच, लॉरी विलियम्स ने वेस्टइंडीज के लिए 15 वनडे मैच खेले, जिसमें उन्होंने 30.88 की औसत से 18 विकेट लिए। बल्ले से उन्होंने 124 रन बनाए।
फर्स्ट क्लास करियर में, उन्होंने 58 मैचों में 23.17 की औसत से 170 विकेट लिए और 2,002 रन बनाए।
लॉरी की यादें वेस्टइंडीज क्रिकेट में हमेशा जीवित रहेंगी। उनके फैंस और साथी खिलाड़ी उन्हें कभी नहीं भूल पाएंगे।