क्या आपकी दीदी रुकेंगी या डरेंगी? दिल्ली को बेहतर बनाएंगे : सीएम रेखा गुप्ता

सारांश
Key Takeaways
- यमुनापार का विकास सीएम की प्राथमिकता है।
- परिवहन व्यवस्था को सुधारने के लिए नई योजनाएं प्रस्तावित की गई हैं।
- सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
- आरोपी पर गंभीर धाराएं लगाई गई हैं।
- सीएम ने जनता को सकारात्मक संदेश दिया है।
नई दिल्ली, २२ अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। हाल ही में जनसुनवाई के दौरान हुए हमले के बाद, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता शुक्रवार को पहली बार जनता के बीच उपस्थित हुईं। उन्होंने गांधीनगर के अशोक बाजार में आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लिया। इस कार्यक्रम के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। गांधीनगर बाजार और उसके आस-पास के क्षेत्रों में दिल्ली पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों की भारी तैनाती की गई थी।
कार्यक्रम में, सीएम रेखा गुप्ता ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि आज मुझे यहाँ आकर बहुत खुशी हो रही है कि मैं गांधीनगर के अपने भाई-बहनों के बीच हूं। मैं यहाँ आकर आप सभी को दो उपहार देना चाहती हूं।
सीएम ने घोषणा की कि अरविन्दर सिंह लवली को पूरे यमुनापार का जिम्मा सौंपा गया है। उन्हें विकास बोर्ड का चेयरमैन नियुक्त किया गया है। यमुनापार के विकास के लिए आवश्यक सभी कार्य किए जाएंगे, बजट की चिंता किए बिना। यमुनापार के विकास में किसी भी प्रकार की कमी नहीं आने दी जाएगी।
इसके साथ ही, मुख्यमंत्री ने दिल्ली के परिवहन विभाग से जुड़ी एक महत्वपूर्ण घोषणा की। उन्होंने कहा कि परिवहन व्यवस्था को मजबूत करने के लिए रूट मैपिंग फिर से की जा रही है, और इसकी शुरुआत यमुनापार से होगी। बसों के रूट को सुधारा जाएगा ताकि लोगों को बेहतर यातायात सुविधा प्राप्त हो सके।
जनता से संवाद करते हुए, सीएम रेखा गुप्ता ने आश्वासन दिया कि वह किसी भी मुश्किल से डरने वाली नहीं हैं। उन्होंने कहा, “आपकी यह दीदी न रुकेगी, न डरेगी।” दिल्ली के विकास और जनता की सुविधाओं के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे।
बता दें कि इससे पहले दिल्ली के सिविल लाइंस स्थित उनके आवास पर 'जनसुनवाई' के दौरान राजेश भाई खिमजी भाई सकारिया नामक व्यक्ति ने उन पर हमला किया था। इस घटना के बाद, सीएम गुप्ता के सिविल लाइंस स्थित आधिकारिक आवास की सुरक्षा बढ़ा दी गई और सीआरपीएफ के जवानों को चौबीसों घंटे तैनात किया गया।
इस हमले ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी, जिसके बाद मनोज तिवारी, रामवीर सिंह बिधूड़ी, योगेंद्र चंदोलिया, प्रवीण खंडेलवाल और बांसुरी स्वराज जैसे वरिष्ठ नेताओं ने सीएम गुप्ता से मुलाकात की और उनके प्रति एकजुटता दर्शाई।
इस बीच, आरोपी राजेश भाई को गुरुवार को अदालत में पेश किया गया और उसे पांच दिनों की पुलिस हिरासत में भेजा गया है। उसके खिलाफ नई भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) के तहत हत्या के प्रयास (धारा १०९), लोक सेवक के काम में बाधा डालने (धारा १३२) और सार्वजनिक कर्तव्यों में बाधा डालने (धारा २२१) का मामला दर्ज किया गया है।