क्या दुर्घटना का शिकार होने से बचने के लिए हेलमेट पहनना जरूरी है? : मोहन यादव

सारांश
Key Takeaways
- दुर्घटनाओं से बचने के लिए हेलमेट अनिवार्य है।
- सरकार द्वारा उठाए गए कदमों से सुरक्षा बढ़ाई जा रही है।
- युवाओं को जिम्मेदारी से वाहन चलाने की आवश्यकता है।
- सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाना जरूरी है।
- हेलमेट को सुरक्षा कवच के रूप में समझें।
भोपाल, 27 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने युवाओं को दुपहिया वाहन चलाते समय हेलमेट पहनने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि दुर्घटनाओं का शिकार होने से बचने के लिए हेलमेट का प्रयोग अनिवार्य है।
राजधानी के प्लेटिनम प्लाजा क्षेत्र में सुरक्षित दुपहिया वाहन चलाने के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से एक वाहन रैली का आयोजन किया गया, जिसमें निःशुल्क हेलमेट भी वितरित किए गए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि नवरात्रि के पावन पर्व पर शक्ति का सृजन जरूरी है। शक्ति का सही उपयोग करें, वाहन चलाना भी आवश्यक है, लेकिन दुर्घटना के शिकार न हो जाएं, इसके लिए हेलमेट पहनना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारा देश दुनिया में सबसे युवा देश के रूप में उपस्थित है। हमारे देश ने सभी संसाधनों से समृद्ध होकर एक विशेष पहचान बनाई है। उन्होंने युवाओं से वाहन चलाते समय पूरी सतर्कता बरतने का आह्वान करते हुए कहा कि युवा साथी तेज रफ्तार में गाड़ी चलाकर लापरवाही न करें, बल्कि जिम्मेदार नागरिक बनें।
मुख्यमंत्री ने बताया कि हमारी सरकार ने राष्ट्रीय राजमार्ग, चेक पोस्ट, और एक्सप्रेस-वे पर सेंसर तकनीक और पेट्रोलिंग दस्तों के माध्यम से दुर्घटनाओं को रोकने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि अगर दुर्भाग्यवश दुर्घटना घटित हो गई, तो सरकार आपके साथ खड़ी है और इलाज की व्यवस्था सहित अन्य सुविधाएं प्रदान कर रही है।
दुर्घटनाओं से बचने के लिए जागरूकता को आवश्यक बताते हुए मुख्यमंत्री यादव ने कहा, "जागरूक रहें, दूसरों को जागरूक करें, और जिम्मेदार बनें। ये हेलमेट हमारी सुरक्षा का कवच है।" इस अवसर पर उन्होंने वाहन चालकों को निःशुल्क हेलमेट वितरित किए और वाहन रैली को रवाना किया। इस मौके पर पिछड़ा वर्ग मंत्री कृष्णा गौर, विधायक भगवान दास सबनानी, रामेश्वर शर्मा सहित कई लोग उपस्थित रहे।