क्या महाराष्ट्र के किसानों की दिवाली काली नहीं होने देंगे? राहत पैकेज का ऐलान: एकनाथ शिंदे

सारांश
Key Takeaways
- किसानों की दिवाली को काली नहीं होने देने का वादा किया गया है।
- 32 हजार करोड़ रुपए का राहत पैकेज घोषित किया गया है।
- कानून व्यवस्था बनाए रखने की सरकार की जिम्मेदारी है।
- किसी भी अपराधी को माफी नहीं मिलेगी।
- पुलिस आयुक्त को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं।
पुणे, 12 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पुणे में आयोजित एक कार्यक्रम में किसानों और कानून-व्यवस्था से संबंधित मुद्दों पर महत्वपूर्ण बातें साझा की। उन्होंने जानकारी दी कि राज्य सरकार ने किसानों से किए गए वादों को पूरा किया है और दिवाली से पहले उनकी सहायता राशि उनके खातों में जमा की जाएगी।
शिंदे ने मीडिया से बातचीत में कहा, “हम किसानों की दिवाली को काली नहीं होने देंगे। जो वचन हमने दिया था, उसे हमने निभाया है। अजीत पवार और मैंने मिलकर यह निर्णय लिया है कि 32 हजार करोड़ रुपए का पैकेज घोषित किया गया है। यह राशि दिवाली से पहले किसानों के खातों में भेजी जाएगी। हम किसानों को अधर में नहीं छोड़ेंगे।”
उन्होंने पुणे के विधायक रविंद्र धंगेकर के हालिया मामले पर चर्चा करते हुए कहा, “धंगेकर से मेरी बात हुई है। मैंने उनसे कहा है कि महायुति में कोई दंगा नहीं होना चाहिए। उन्होंने भी कहा कि पुणे में कानून-व्यवस्था बनी रहनी चाहिए। आम नागरिक, गरीब जनता को कोई परेशान नहीं होना चाहिए। महिलाओं, बच्चियों और नागरिकों को निर्भीक होकर चलना चाहिए, कानून-व्यवस्था का सम्मान होना चाहिए।”
शिंदे ने अपराध पर सख्त रुख अपनाते हुए कहा, “अपराधी को किसी भी हाल में माफी नहीं मिलेगी। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि पुणे के नागरिकों की अपेक्षा ‘अपराधमुक्त पुणे’ को पूरा किया जाए। सरकार के रूप में कानून और व्यवस्था की रक्षा करना हमारी जिम्मेदारी है।”
उन्होंने आगे बताया कि उन्होंने पुलिस आयुक्त से भी चर्चा की है और निर्देश दिए हैं कि किसी भी अपराधी को न तो संरक्षण दिया जाएगा और न ही माफ किया जाएगा।