क्या उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में बाढ़ पीड़ितों को मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने राहत सामग्री वितरित की?

सारांश
Key Takeaways
- बाढ़ राहत सामग्री वितरण में भेदभाव के आरोप लगे।
- मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं।
- अमृतपुर विधायक ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया।
- ग्रामीणों ने बांध निर्माण की मांग उठाई।
- प्रशासन की विश्वसनीयता पर सवाल उठे।
फर्रुखाबाद, 17 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले के अमृतपुर तहसील के जमापुर गांव में बाढ़ राहत सामग्री वितरण के दौरान जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह के कार्यक्रम में जोरदार हंगामा हुआ। ग्राम गांधी और आस-पास के गांवों की महिलाओं और ग्रामीणों ने राहत सामग्री के वितरण में भेदभाव का आरोप लगाते हुए मंत्री की गाड़ी रोकने का प्रयास किया।
पुलिस ने सुरक्षा घेरा बनाकर किसी प्रकार मंत्री स्वतंत्र देव सिंह के काफिले को निकाला। स्थिति तब शांत हुई, जब अमृतपुर विधायक सुशील शाक्य ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया।
जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह निर्धारित समय से 31 मिनट की देरी से जमापुर पहुंचे। उन्होंने लगभग 17 मिनट तक बाढ़ पीड़ितों के बीच रहकर 270 परिवारों को राहत सामग्री वितरित की। इस दौरान उन्होंने पीड़ितों से बातचीत की और उनकी समस्याएं सुनीं। कई ग्रामीणों ने गंगापार क्षेत्र में बांध निर्माण की मांग उठाई, ताकि बाढ़ के मुद्दे का स्थायी समाधान किया जा सके।
मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने जिला प्रशासन को इस दिशा में तात्कालिक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। हंगामा तब शुरू हुआ, जब ग्राम गांधी की दो दर्जन से अधिक महिलाएं और अन्य ग्रामीण कार्यक्रम स्थल पर पहुंच गए। उनका आरोप था कि एक दिन पहले तक उनका नाम राहत सामग्री की सूची में था, लेकिन अब उन्हें सहायता नहीं दी जा रही।
गांधी निवासी महेश प्रताप सिंह ने कहा कि उनके गांव में एक सप्ताह से बाढ़ का पानी भरा है, जबकि अधिकारी दावा कर रहे हैं कि वहां पानी नहीं है। उन्होंने मंत्री से स्थिति का प्रत्यक्ष निरीक्षण करने की अपील की।
ग्राम गांधी की मंजू, पूनम, सोनी और निर्मला ने बताया कि उनके घरों में पानी भरा हुआ है, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई सहायता नहीं मिली। नाराज महिलाओं ने राहत सामग्री वितरण के बाद मंत्री की गाड़ी रोकने का प्रयास किया, जिससे अफरा-तफरी मच गई। अधिकारियों में खलबली मच गई।
सीओ अमृतपुर संजय वर्मा ने महिलाओं से हाथ जोड़कर शांत रहने की विनती की। सीओ अमृतपुर और सीओ मोहम्दाबाद के नेतृत्व में पुलिस ने सुरक्षा घेरा बनाकर मंत्री स्वतंत्र देव सिंह और अन्य अधिकारियों की गाड़ियों को सुरक्षित निकाला।
हंगामे के बाद अमृतपुर विधायक सुशील शाक्य ने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि उनकी समस्याओं का समाधान किया जाएगा। इसके बाद स्थिति नियंत्रण में आई। इस घटना ने प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं, क्योंकि बाढ़ प्रभावित कई परिवारों को अब तक उचित सहायता नहीं मिल पाई है। ग्रामीणों ने मांग की है कि बाढ़ प्रभावित सभी परिवारों को राहत सामग्री और मुआवजा तुरंत उपलब्ध कराया जाए।
मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमने लोगों की समस्याओं को सुना है और समाधान का भरोसा दिया है। बांध निर्माण को लेकर यहां के स्थानीय लोगों के साथ हमने बात की है और उस संबंध में हम अधिकारियों से संवाद करेंगे। यहां के विधायक ने भी इस मामले को प्रमुखता से उठाया है। जो भी समस्या है, उसका समाधान करना हमारी प्राथमिकता है।