क्या मल्लिकार्जुन खड़गे को राहुल गांधी की चिंता करनी चाहिए? : गिरिराज सिंह

सारांश
Key Takeaways
- मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान ने राजनीतिक हलचल बढ़ाई।
- गिरिराज सिंह ने खड़गे की भाषा की आलोचना की।
- राहुल गांधी की राजनीतिक स्थिति पर सवाल उठाए गए।
- कोरोना काल में सरकार ने उद्योगों की मदद की।
- राज्यों की मदद की भूमिका पर चर्चा हुई।
नई दिल्ली, 2 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के 'भाजपा-आरएसएस और सीएम नीतीश कुमार को कूड़े में फेंक देंगे' वाले बयान ने राजनीतिक हलचल को बढ़ा दिया है। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने खड़गे की भाषा पर सवाल उठाते हुए कहा कि ऐसे शब्दों का प्रयोग उन पर शोभा नहीं देता।
गिरिराज सिंह ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "खड़गे साहब को शर्म आनी चाहिए। वह (खड़गे) एक बुजुर्ग नेता हैं और उन्हें यह समझना चाहिए कि नीतीश कुमार की एक राजनीतिक विरासत है। वह (नीतीश) 20 साल तक केंद्र में मंत्री और मुख्यमंत्री रहे हैं। ऐसे शब्द उनके लिए उचित नहीं हैं। उन्हें इस तरह की भाषा का प्रयोग करने से बचना चाहिए।"
उन्होंने आगे कहा, "खड़गे को राहुल गांधी की चिंता करनी चाहिए, जिन्हें जनता ने 11 साल से गटर में फेंक रखा है और आगे किसी को पता नहीं कि वह किस कूड़ेदान में हैं।"
गिरिराज सिंह ने राहुल गांधी के 'हाइड्रोजन बम' बयान पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा, "पिछले 11 साल से वह हर बार कहते हैं कि मैं एक बम लेकर आ रहा हूं, लेकिन उनका बम तो डिफ्यूज निकला। राहुल गांधी केवल 'झूठ का बम' लाते हैं। मैंने केवल एटम बम का नाम सुना है, हाइड्रोजन बम का नाम नहीं। उन्होंने 'झूठ का हाइड्रोजन बम' कैसे बनाया, यह तो वही बता सकते हैं। मुझे लगता है कि वह बिहार एसआईआर को लेकर माफी मांगेंगे।"
केंद्रीय मंत्री ने भारतीय उद्योग जगत की मदद पर कहा, "कोरोना काल में जब आपदा आई थी, तब सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) के साथ केंद्र सरकार खड़ी रही। हमने सभी निर्यातकों के साथ बैठक की और उनकी मांगों के अनुसार मदद की। कॉटन से 11 प्रतिशत इंपोर्ट हटाने का काम किया गया है। इसके अलावा कई अन्य कदम भी उठाए गए हैं। पीएम मोदी ने लाल किले से कहा था कि हम जीएसटी का सरलीकरण करेंगे। हम हमेशा से उद्योगों के लिए काम कर रहे हैं।"
उन्होंने यह भी कहा, "कुछ राज्य ऐसे हैं जो टैक्स का माल खाते हैं लेकिन मदद नहीं करते। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन कह रहे हैं कि मैं त्रिपुरा और टेक्सटाइल इंडस्ट्रीज के साथ खड़ा हूं और जो भी मदद होगी, उसे करूंगा। साथ ही वह यह भी कहते हैं कि पीएम मोदी का कमिटमेंट है, लेकिन मुझे लगता है कि स्टालिन को भी अपनी तरफ से मदद की घोषणा करनी चाहिए।"