क्या दीपावली पर राहुल गांधी ने पुरानी दिल्ली की ऐतिहासिक 'घंटेवाला' दुकान पर इमरती और लड्डू बनाए?

सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी ने इमरती और लड्डू बनाने का प्रयास किया।
- 'घंटेवाला' दुकान का ऐतिहासिक महत्व है।
- दीपावली पर मिठास के साथ रिश्तों की अहमियत को बताया गया।
- सोशल मीडिया पर साझा किया गया अनुभव।
- परंपरा और संस्कृति का सम्मान किया गया।
नई दिल्ली, 20 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने इस बार दीपावली को एक अनोखे और पारंपरिक तरीके से मनाया। उन्होंने पुरानी दिल्ली की प्रसिद्ध मिठाई की दुकान 'घंटेवाला' का दौरा किया, जो 1790 में स्थापित हुई थी। इस दौरान, राहुल गांधी ने विभिन्न मिठाइयां बनाने का प्रयास किया।
इस दुकान का भारत के राजनीतिक इतिहास से गहरा संबंध रहा है और यह माना जाता है कि इसने जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और प्रियंका गांधी जैसे कई प्रमुख नेताओं को अपनी मिठाइयों का स्वाद चखाया है।
दुकान के मालिक ने राहुल गांधी का गर्मजोशी से स्वागत किया। इसके बाद राहुल ने 'घंटेवाला' में इमरती और बेसन के लड्डू बनाने की प्रक्रिया को समझा। कारीगरों ने उन्हें इमरती बनाने की प्रक्रिया के बारे में बताया और फिर राहुल गांधी ने खुद इसे बनाने की कोशिश की। इसके अलावा, सांसद ने बेसन का हलवा और लड्डू बनाते समय भी हाथ आजमाया।
राहुल गांधी ने इस अनुभव को अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर साझा किया। उन्होंने लिखा, "पुरानी दिल्ली की मशहूर और ऐतिहासिक 'घंटेवाला' मिठाइयों की दुकान पर इमरती और बेसन के लड्डू बनाने में हाथ आजमाया। सदियों पुरानी इस प्रतिष्ठित दुकान की मिठास आज भी वही है, खालिस, पारंपरिक और दिल को छू लेने वाली। दीपावली की असली मिठास सिर्फ थाली में नहीं, बल्कि रिश्तों और समाज में भी होती है। आप सब बताएं, आप अपनी दिवाली कैसे मना रहे हैं, और उसे कैसे खास बना रहे हैं?"
कांग्रेस पार्टी के आधिकारिक 'एक्स' हैंडल से भी इस अवसर पर एक पोस्ट साझा किया गया, जिसमें लिखा गया, "पुरानी दिल्ली के बीचों-बीच ऐतिहासिक 'घंटेवाला' मिठाई की दुकान पर विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने इमरती और बेसन के लड्डू बनाने की कोशिश की। मुस्कान, किस्से और परंपरा की मिठास शेयर की। यह दिवाली हर दिल में शांति, समृद्धि और मिठास लाए।"