क्या राहुल और तेजस्वी बिहार को गुमराह कर रहे हैं?

सारांश
Key Takeaways
- गिरिराज सिंह ने बिहार में विपक्ष की आलोचना की।
- बिहार को टेक्सटाइल हब बनाने की योजना।
- बुनकरों के लिए मार्केटिंग सहायता में वृद्धि।
बेगूसराय, 12 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के बेगूसराय में शुक्रवार को आयोजित एक कार्यक्रम में केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह ने विपक्षी नेताओं की तीखी आलोचना की। उन्होंने कहा कि यदि चुनाव के समय मस्जिदों से फतवा जारी किया जाएगा, तो मंदिरों से भी हुंकार भरी जाएगी।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह बेगूसराय के बैकुंठपुर में एक फैक्ट्री के उद्घाटन के लिए पहुंचे थे। उन्होंने यह भी कहा कि नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए बिहार के विकास के प्रति प्रतिबद्ध है। उन्होंने विपक्ष पर ध्रुवीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए चेतावनी दी, "अगर मस्जिदों से फतवा जारी किया जाएगा, तो मंदिरों से भी हुंकार भरी जाएगी। हिंदू समाज चुप नहीं बैठेगा।"
गिरिराज ने कहा, "राहुल और तेजस्वी जैसे नेता बिहार को गुमराह कर रहे हैं। महागठबंधन की पदयात्रा चोर के खिलाफ चोरी की तरह है।"
कार्यक्रम में उन्होंने बिहार को टेक्सटाइल हब बनाने की योजना का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि बेगूसराय में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (एनआईएफटी) जल्द खुलेगा, जिससे स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे। इस फैक्ट्री के उद्घाटन से 5,000 से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिलने की संभावना है, जो बिहार की अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगा।
गिरिराज सिंह बेगूसराय में आदित्य बिड़ला फैशन रिटेल लिमिटेड की नई परिधान फैक्ट्री के उद्घाटन के अवसर पर उपस्थित थे। उन्होंने फैक्ट्री का उद्घाटन किया और विशाल जनसभा को संबोधित किया।
गिरिराज ने भारत में बढ़ते हैंडलूम बाजार की सराहना की। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करके कहा, "हैंडलूम सिर्फ धागा नहीं, बल्कि भारत की पहचान है। 2004-14 में जहां मार्केटिंग सहायता मात्र 157 करोड़ रुपये थी, वहीं 2014 से अब तक यह बढ़कर 340 करोड़ रुपये हो चुकी है। इस बढ़ी हुई सहायता से बुनकरों को नए मार्केट लिंक, प्रदर्शनियों और वैश्विक अवसरों तक पहुंच मिली है।"
उन्होंने लिखा, "आज भारतीय हैंडलूम उत्पाद न केवल देश में बल्कि विश्वभर में अपनी पहचान बना रहे हैं। अब हम नए बाजारों में डायवर्सिफाई कर रहे हैं और हालिया जीएसटी सुधारों ने हैंडलूम को और अधिक प्रतिस्पर्धी बना दिया है। सरकार की प्राथमिकता स्पष्ट है कि बुनकरों की आय बढ़े, उन्हें वैश्विक बाजार से जोड़ा जाए और आने वाली पीढ़ी को इस विरासत से जोड़ा जाए।"