क्या तेज रफ्तार ने एनएच-91 पर डॉक्टर की जान ले ली?

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क्या तेज रफ्तार ने एनएच-91 पर डॉक्टर की जान ले ली?

सारांश

ग्रेटर नोएडा में एनएच-91 पर एक भयानक सड़क दुर्घटना ने एक डॉक्टर की जान ले ली। तेज रफ्तार से चल रही कार अनियंत्रित होकर मंदिर की दीवार से टकरा गई, जिससे मौके पर ही उनका निधन हो गया। यह घटना सुरक्षा उपायों की आवश्यकता को उजागर करती है।

Key Takeaways

  • तेज रफ्तार सड़क पर दुर्घटनाओं का मुख्य कारण है।
  • सुरक्षा उपायों को सख्ती से लागू करने की आवश्यकता है।
  • ड्राइविंग करते समय सतर्कता आवश्यक है।
  • स्थानीय निवासियों की आवाज़ को सुनना महत्वपूर्ण है।
  • सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करना सभी की जिम्मेदारी है।

ग्रेटर नोएडा, २४ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। ग्रेटर नोएडा के बादलपुर थाना क्षेत्र में एक भयानक सड़क दुर्घटना हुई। एनएच-91 पर तेज गति से चल रही एक कार अचानक अनियंत्रित होकर पलट गई और लगभग १५ से २० फीट नीचे जाकर एक मंदिर की दीवार से टकरा गई। यह टक्कर इतनी भीषण थी कि कार के अगले हिस्से के परखच्चे उड़ गए और उसमें सवार डॉक्टर की मौके पर ही मौत हो गई।

जानकारी के अनुसार, कार चला रहे ३२ वर्षीय डॉक्टर अमित प्रसाद दिल्ली के करावल नगर के निवासी थे। वे बुलंदशहर के खुर्जा स्थित पीएलआरडी अस्पताल में कार्यरत थे। बताया जा रहा है कि डॉ. अमित हर सप्ताह की तरह शनिवार शाम खुर्जा से दिल्ली अपने घर लौटते थे और रविवार को रुकने के बाद सोमवार सुबह फिर से अस्पताल के लिए निकल जाते थे। सोमवार की सुबह भी वे अपनी ब्रेजा कार से खुर्जा जा रहे थे, लेकिन मंजिल तक पहुंचने से पहले ही यह दुर्घटना हो गई।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सुबह लगभग ७:३० बजे जब डॉक्टर की कार धूम मानिकपुर बाईपास के पास पहुंची, तभी वाहन का संतुलन अचानक बिगड़ गया। तेज गति के कारण कार पलटते हुए हाईवे से नीचे जा गिरी और मंदिर की दीवार से टकरा गई। जोरदार धमाके की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और तुरंत पुलिस को सूचना दी। सूचना पर बादलपुर थाना पुलिस थोड़ी ही देर में पहुंच गई।

पुलिस ने काफी मेहनत के बाद क्षतिग्रस्त कार में फंसे डॉक्टर को बाहर निकाला, लेकिन तब तक उनकी जान जा चुकी थी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और परिजनों को भी हादसे की सूचना दे दी गई। हादसे की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया।

पुलिस का कहना है कि कार की गति बहुत तेज थी और प्रारंभिक जांच में आशंका है कि डॉक्टर को ड्राइविंग करते समय झपकी आ गई होगी, जिससे वाहन अनियंत्रित होकर पलट गया। हालांकि, हादसे के वास्तविक कारणों की जांच जारी है। स्थानीय निवासियों ने हादसे के बाद हाईवे पर गति सीमा को नियंत्रित करने और संभावित दुर्घटना स्थलों पर सुरक्षा उपाय बढ़ाने की मांग की है। इसी के साथ, पुलिस ने भी इस मार्ग पर गाड़ियों की तेज रफ्तार को देखते हुए ट्रैफिक नियमों के पालन और सुरक्षा उपायों को सख्ती से लागू करने का आश्वासन दिया है।

Point of View

NationPress
24/11/2025

Frequently Asked Questions

हादसा कब हुआ?
यह हादसा २४ नवंबर को सुबह लगभग ७:३० बजे हुआ।
हादसे में कौन प्रभावित हुआ?
इस हादसे में ३२ वर्षीय डॉक्टर अमित प्रसाद की जान चली गई।
क्या हादसे का कारण जानने के लिए जांच चल रही है?
हां, पुलिस इस हादसे के वास्तविक कारणों की जांच कर रही है।
स्थानीय निवासियों की क्या मांग है?
स्थानीय निवासियों ने हाईवे पर गति सीमा को नियंत्रित करने और सुरक्षा उपाय बढ़ाने की मांग की है।
इस घटना से सड़क सुरक्षा के बारे में क्या सीख मिलती है?
यह घटना दर्शाती है कि तेज गति से गाड़ी चलाना कितना खतरनाक हो सकता है।
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