क्या ग्वालियर में पकड़े गए 10 अवैध बांग्लादेशी नागरिकों को वापस भेजा जाएगा?
सारांश
Key Takeaways
- ग्वालियर में 10 बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा गया।
- फर्जी दस्तावेजों का उपयोग कर रहे थे।
- 8 नागरिकों को डिपोर्टेशन के लिए रवाना किया गया।
- पुलिस ने दस्तावेजों की जांच शुरू की है।
- अनैतिक गतिविधियों में शामिल महिलाओं को भी पकड़ा गया।
ग्वालियर, 15 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में अवैध रूप से निवास कर रहे बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई तेज हो गई है। पिछले एक महीने में, शहर के विभिन्न क्षेत्रों से 10 से अधिक बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है।
जानकारी के अनुसार, ये सभी फर्जी भारतीय दस्तावेज बनवाकर ग्वालियर में रह रहे थे। शनिवार को इनमें से 8 अवैध बांग्लादेशियों को डिपोर्टेशन प्रक्रिया के लिए ग्वालियर पुलिस की विशेष टीम द्वारा पश्चिम बंगाल के लिए रवाना किया गया। वहां इनकी जिम्मेदारी बीएसएफ को सौंपा जाएगा, और 17 नवंबर को इन्हें बांग्लादेश भेजा जाएगा।
पुलिस के अनुसार, पकड़े गए बांग्लादेशियों में एक ही परिवार के आठ सदस्य शामिल थे। इन सभी के दस्तावेजों की जांच पूरी होने के बाद डिपोर्टेशन का निर्णय लिया गया। सभी को कुछ दिनों तक होल्डिंग एरिया में रखा गया, जहां उनकी पहचान संबंधी सभी औपचारिकताएं पूरी की गईं।
दूतावास की सहायता से उनकी पहचान की पुष्टि होने के बाद, शनिवार को ग्वालियर पुलिस ने इन्हें पश्चिम बंगाल की सीमा की ओर भेजा। वहीं, बाकी बचे दो मामलों में शहर के व्यस्त क्षेत्रों से दो बांग्लादेशी महिलाओं को गिरफ्तार किया गया।
जांच में पाया गया कि ये महिलाएं अनैतिक गतिविधियों में शामिल थीं और फर्जी भारतीय दस्तावेजों जैसे आधार कार्ड और पैन कार्ड के माध्यम से ग्वालियर में रह रही थीं। पुलिस ने जब्त किए गए दस्तावेजों की जांच शुरू कर दी है और दूतावास से उनकी वास्तविक राष्ट्रीयता की पुष्टि कराई जा रही है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि दस्तावेजों की जांच पूरी होते ही इन महिलाओं के खिलाफ भी डिपोर्टेशन की कार्रवाई की जाएगी।