क्या हरियाणा आईपीएस एसोसिएशन ने वाई पूरन कुमार के निधन पर दुख जताया?

सारांश
Key Takeaways
- वाई पूरन कुमार का आकस्मिक निधन हरियाणा पुलिस के लिए एक बड़ी क्षति है।
- आईपीएस एसोसिएशन ने शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की।
- इस घटना ने मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों पर ध्यान आकर्षित किया है।
- हरियाणा पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने परिवार को हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
- वाई पूरन कुमार 2001 बैच के आईपीएस अधिकारी थे।
चंडीगढ़, 10 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। हरियाणा कैडर के आईपीएस अधिकारी एसोसिएशन ने शुक्रवार को वरिष्ठ पुलिस अधिकारी वाई पूरन कुमार, आईपीएस के आकस्मिक निधन पर गहरा दुख और संवेदना व्यक्त की।
एसोसिएशन ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की और शोक संतप्त परिवार के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त की।
हरदीप सिंह दून, आईपीएस, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (दूरसंचार, राजमार्ग एवं यातायात) के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने दिवंगत अधिकारी की पत्नी, अमनीत पी कुमार, आईएएस के आवास पर जाकर व्यक्तिगत रूप से अपनी संवेदना व्यक्त की।
इस अवसर पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने परिवार को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। एसोसिएशन के सदस्यों ने दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि अर्पित की।
सदस्यों ने कहा कि एसोसिएशन इस दुख की घड़ी में शोक संतप्त परिवार के साथ मजबूती से खड़ी है और ईश्वर से प्रार्थना करती है कि वह दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें तथा परिवार को इस अपूरणीय क्षति को सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
हरियाणा के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) वाई पूरन कुमार, जो 2001 बैच के आईपीएस हैं, ने मंगलवार को चंडीगढ़ के सेक्टर 11 स्थित अपने आवास पर कथित तौर पर खुद को गोली मार ली।
पुलिस ने बताया कि पूरन कुमार ने कथित तौर पर अपनी सर्विस रिवॉल्वर से खुद को गोली मार ली और उनका शव बेसमेंट में मिला।
चंडीगढ़ एसएसपी कंवरदीप कौर ने मीडिया को बताया कि चंडीगढ़ सेक्टर 11 स्थित हाउस नंबर 116 से दोपहर करीब 1.30 बजे आत्महत्या की सूचना मिली।
रिपोर्टों के अनुसार, कुमार ने सोमवार को एक बंदूकधारी से बंदूक ली थी। पिछले महीने, कुमार को रोहतक की सुनारिया जेल में स्थानांतरित कर दिया गया था, वही जेल जहां डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम साध्वियों के यौन शोषण के मामले में सजा काट रहा है।
इससे पहले, कुमार ने 1991, 1996, 1997 और 2005 बैच के कुछ आईपीएस अधिकारियों की पदोन्नति पर सवाल उठाए थे। इंजीनियरिंग स्नातक कुमार का जन्म 19 मई, 1973 को हुआ था और उनकी सेवानिवृत्ति 31 मई, 2033 को होनी थी।