क्या हुमायूं के मकबरे का कोई हिस्सा क्षतिग्रस्त हुआ?

सारांश
Key Takeaways
- हुमायूं का मकबरा सुरक्षित है।
- दुर्भाग्यपूर्ण घटना 15 अगस्त को हुई थी।
- एएसआई ने तुरंत राहत कार्य शुरू किया।
- स्थल एएसआई के अधिकार क्षेत्र से बाहर है।
- घायलों के स्वस्थ होने की कामना।
नई दिल्ली, 17 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग (एएसआई) ने निजामुद्दीन में स्थित हुमायूं के मकबरे के परिसर के पास पट्टे शाह दरगाह में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना के संदर्भ में जानकारी दी है। विभाग के अनुसार, मकबरे के किसी भी हिस्से को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है।
हालांकि, एएसआई ने यह भी स्पष्ट किया कि जिस स्थान पर दुर्घटना हुई, वह एएसआई के अधिकार क्षेत्र से बाहर है।
एएसआई ने कहा कि हुमायूं का मकबरा परिसर संरचनात्मक रूप से मजबूत और उत्कृष्ट स्थिति में है। विश्व धरोहर स्थल के किसी भी हिस्से को कोई नुकसान नहीं हुआ है।
पट्टे शाह दरगाह में हुई इस दुखद घटना के बाद, एएसआई ने बताया कि क्षेत्र में मौजूद अधिकारियों ने स्थानीय प्रशासन को तुरंत बचाव और राहत कार्यों में मदद की। हालांकि, प्रभावित इमारत 'हुमायूं का मकबरा' परिसर से पूरी तरह अलग है। हम इस घटना में घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं।
गौरतलब है कि दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित हुमायूं के मकबरे के पास 15 अगस्त को एक बड़ी दुर्घटना घटी थी। दरगाह शरीफ पट्टे शाह के पास एक कमरे की छत अचानक गिर गई। इस हादसे में छह लोगों की मृत्यु हो गई और कई लोग घायल हुए।
इस हादसे में जंगपुरा निवासी 56 वर्षीय अनीता और जाकिर नगर निवासी 32 वर्षीय मोइन की जान गई थी।
अनीता के बेटे शिवांश सैनी ने बताया कि उन्हें फोन आया कि उनकी मां दीवार गिरने से घायल हो गई हैं। जब वह एम्स पहुंचे, तो उन्हें बताया गया कि इलाज के दौरान उनकी मां की मृत्यु हो गई।
हुमायूं के मकबरे के पास दरगाह शरीफ पट्टे शाह परिसर में छत गिरने की घटना पर डीएम सरवन कुमार ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि यह घटना दरगाह के पास हुमायूं कंपाउंड में दो कमरों वाले आवास में हुई।
हादसे की सूचना मिलने पर फायर ब्रिगेड, एनडीआरएफ और दिल्ली पुलिस की टीमें तुरंत घटनास्थल पर पहुंचीं और मलबे में फंसे लोगों को निकालकर अस्पताल में भर्ती कराया।
उन्होंने आगे कहा कि हादसे का शिकार लोग दरगाह के आसपास रहने वाले, मुस्तफाबाद और जाकिर नगर के निवासी हैं।