क्या भारतीय शेयर बाजार हरे निशान में खुला? निफ्टी 24,700 स्तर से ऊपर कर रहा कारोबार

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क्या भारतीय शेयर बाजार हरे निशान में खुला? निफ्टी 24,700 स्तर से ऊपर कर रहा कारोबार

सारांश

भारतीय शेयर बाजार ने जीएसटी परिषद द्वारा की गई महत्वपूर्ण कटौती के बाद हरे निशान में कारोबार शुरू किया है, जिसमें निफ्टी 24,700 के स्तर से ऊपर पहुंच गया है। जानें इस नए रुझान के पीछे के कारण और बाजार की दिशा।

Key Takeaways

  • जीएसटी कटौती से बाजार में उछाल आया है।
  • निफ्टी ने 24,700 का स्तर पार किया है।
  • ऑटो और आईटी सेक्टर में खरीदारी बढ़ी है।
  • विश्लेषकों का मानना है कि बाजार सकारात्मक रुख में है।
  • 24,500 का स्तर समर्थन बना रहेगा।

मुंबई, 5 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। जीएसटी परिषद द्वारा विभिन्न सेक्टर में की गई महत्वपूर्ण कटौती से उत्साहित भारतीय बेंचमार्क सूचकांक शुक्रवार को हरे निशान में खुले। शुरुआती कारोबार में ऑटो, आईटी और पीएसयू बैंक शेयरों में खरीदारी देखी गई।

सुबह लगभग 9.38 बजे, सेंसेक्स 140.72 अंक या 0.17 प्रतिशत बढ़कर 80,858.73 पर कारोबार कर रहा था, जबकि निफ्टी 52 अंक या 0.21 प्रतिशत बढ़कर 24,786.30 पर था।

निफ्टी बैंक 4.05 अंक या 0.01 प्रतिशत बढ़कर 54,079.50 पर था। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 332.05 अंक या 0.58 प्रतिशत बढ़कर 57,291.20 पर कारोबार कर रहा था। निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 82.75 अंक या 0.47 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 17,704.70 पर था।

विश्लेषकों के अनुसार, निफ्टी ने जीएसटी दर में परिवर्तन के परिणामों से सकारात्मक संकेतों की उम्मीद के साथ एक आशावादी चाल का संकेत दिया है, जो आने वाले दिनों में बाजार की दिशा तय करेगा।

पीएल कैपिटल की टेक्निकल रिसर्च उपाध्यक्ष वैशाली पारेख ने कहा, "सूचकांक को 24,800 के महत्वपूर्ण 50 एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज (ईएमए) स्तर से आगे बढ़ने के लिए एक निर्णायक कदम उठाने की आवश्यकता होगी, जिससे बेंचमार्क सूचकांकों को समर्थन देने के लिए व्यापक बाजारों की भागीदारी के साथ और भी ऊपर की ओर गति मिल सकती है।"

उन्होंने कहा कि 24,500 का स्तर सूचकांक के लिए महत्वपूर्ण समर्थन क्षेत्र बना रहेगा।

विशेषज्ञों ने कहा कि कुल मिलाकर, बाजार एक कंसोलिडेशन रेंज के भीतर मजबूती का प्रदर्शन कर रहा है। तकनीकी गति में सुधार और स्थिर घरेलू निवेश के साथ, निकट अवधि का रुख सकारात्मक बना हुआ है।

चॉइस ब्रोकिंग के मंदार भोजने ने कहा, "ट्रेडर्स को बाय-ऑन-डिप्स की रणनीति अपनानी चाहिए और बैंकिंग, आईटी और ऑटो जैसे प्रमुख सेक्टर में स्टॉक-स्पेसिफिक अवसरों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।"

इस बीच, सेंसेक्स में महिंद्रा एंड महिंद्रा, ट्रेंट, टाटा मोटर्स, एशियन पेंट्स, पावर ग्रिड और मारुति सुजुकी शीर्ष लाभार्थी रहे। जबकि आईटीसी, हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड, सन फार्मा और एचडीएफसी बैंक शीर्ष हानिकारक रहे।

एशियाई बाजारों में, बैंकॉक, जापान, सोल, हांगकांग और चीन हरे निशान में कारोबार कर रहे थे।

पिछले कारोबारी सत्र में, अमेरिका का डॉव जोंस 350.06 अंक या 0.77 प्रतिशत की बढ़त के साथ 45,621.29 पर बंद हुआ। एसएंडपी 500 इंडेक्स 53.82 अंक या 0.83 प्रतिशत की बढ़त के साथ 6,502.08 पर और नैस्डैक इंडेक्स 209.97 अंक या 0.98 प्रतिशत की बढ़त के साथ 21,707.69 पर बंद हुआ।

संस्थागत मोर्चे पर, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) शुद्ध विक्रेता रहे और उन्होंने 4 सितंबर को 106.34 करोड़ रुपए के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 2,233.09 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे।

Point of View

हमें यह समझना होता है कि बाजार के उतार-चढ़ाव का सीधा असर देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ता है। आज का सकारात्मक रुख निश्चित रूप से निवेशकों के लिए एक आशा की किरण है। हमें हमेशा इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि ऐसे बदलावों का दीर्घकालिक प्रभाव क्या होगा।
NationPress
05/09/2025

Frequently Asked Questions

निफ्टी का वर्तमान स्तर क्या है?
निफ्टी वर्तमान में 24,786.30 पर कारोबार कर रहा है।
भारतीय शेयर बाजार में कौन से सेक्टर में सबसे अधिक खरीदारी हो रही है?
ऑटो, आईटी और पीएसयू बैंक सेक्टर में सबसे अधिक खरीदारी देखी जा रही है।
क्या बाजार में कोई महत्वपूर्ण समर्थन स्तर है?
जी हां, 24,500 का स्तर महत्वपूर्ण समर्थन क्षेत्र बना रहेगा।
क्या विशेषज्ञों का कहना है कि बाजार का रुख सकारात्मक है?
हां, विशेषज्ञों का कहना है कि बाजार का रुख निकट अवधि में सकारात्मक बना हुआ है।
विदेशी संस्थागत निवेशकों का क्या रुख है?
विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) शुद्ध विक्रेता रहे हैं।