क्या इंडिगो फ्लाइट में तकनीकी खराबी के कारण इमरजेंसी लैंडिंग हुई?

सारांश
Key Takeaways
- इंडिगो फ्लाइट 6ई 2006 ने तकनीकी खराबी के कारण इमरजेंसी लैंडिंग की।
- फ्लाइट में सवार सभी यात्री सुरक्षित हैं।
- पिछले कुछ महीनों में कई विमानों में तकनीकी समस्याएँ आई हैं।
- यात्री सुरक्षा के लिए विमानन क्षेत्र में सुधार की आवश्यकता है।
- इमरजेंसी लैंडिंग की घटनाएँ बढ़ रही हैं।
नई दिल्ली, 19 जून (राष्ट्र प्रेस)। अहमदाबाद में हुए हादसे के बाद से देशभर में विमानों की आपात लैंडिंग की घटनाओं में वृद्धि देखी जा रही है। गुरुवार सुबह, दिल्ली से लेह की ओर उड़ान भरने वाली इंडिगो फ्लाइट 6ई 2006 को तकनीकी कारणों से इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी। इस फ्लाइट में मौजूद सभी यात्री सुरक्षित हैं।
जानकारी के अनुसार, फ्लाइट में चालक दल के सदस्यों सहित लगभग 180 लोग सवार थे। गुरुवार सुबह यह फ्लाइट दिल्ली से लेह के लिए उड़ान भरी। हालांकि, लेह पहुंचने से कुछ समय पहले तकनीकी समस्या का पता चला। विमान ने लेह पहुंचने से पहले ही लौटकर दिल्ली में सुरक्षित लैंडिंग की। इस तकनीकी खराबी की आधिकारिक जानकारी अभी तक प्राप्त नहीं हुई है।
गुरुवार से पहले, बुधवार को इंडिगो की एक फ्लाइट 6ई 6101 को रद्द करना पड़ा। यह फ्लाइट भुवनेश्वर से कोलकाता के लिए जाने वाली थी, लेकिन उड़ान भरने से कुछ मिनट पहले इसे तकनीकी खराबी के कारण रद्द कर दिया गया।
इससे पहले, 2 जून को रांची में एक इंडिगो विमान ने गिद्ध से टकराने के कारण इमरजेंसी लैंडिंग की। पटना से कोलकाता के लिए जा रहा विमान लगभग 3-4 हजार फीट की ऊंचाई पर था जब यह गिद्ध से टकराया। उस समय विमान लगभग 40 मिनट तक हवा में रहा। इस फ्लाइट में चालक दल के सदस्यों सहित 175 यात्री मौजूद थे।
पक्षी से टकराने के बाद, यात्री दहशत में थे, लेकिन विमान के क्रू मेंबर ने उन्हें आश्वस्त किया। पायलट ने तत्परता दिखाई और विमान को रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर सुरक्षित लैंडिंग कराई। हालाँकि, टक्कर के बाद विमान को कितना नुकसान हुआ, इसका आकलन इंजीनियरों की टीम ने किया। यह पहली बार नहीं है जब रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर पक्षियों के कारण उड़ान में बाधा आई है; 8 मई को भी एक एयर इंडिया एक्सप्रेस की उड़ान में कबूतर फंस गया था।