क्या जैसलमेर बस हादसे में प्रभावित लोगों की चिंता हमारी प्राथमिकता है?: अशोक गहलोत

Key Takeaways
- अशोक गहलोत ने पीड़ितों की चिंता को प्राथमिकता बताया।
- सरकार से मुआवजा राशि की तुरंत घोषणा की मांग की गई।
- मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की कार्यशैली पर सवाल उठाए गए।
- मीडिया से संवाद की आवश्यकता पर जोर दिया गया।
- पीड़ितों की मदद के लिए तत्काल कदम उठाने की अपील की गई।
जोधपुर, 15 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस पार्टी के प्रमुख नेता अशोक गहलोत ने बुधवार को जोधपुर के सर्किट हाउस में मीडिया से बातचीत की। उन्होंने जैसलमेर में हुए एक दर्दनाक हादसे को हृदय विदारक बताते हुए पीड़ितों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की।
गहलोत ने कहा कि इस हादसे में प्रभावित लोगों की चिंता हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने सरकार से तत्काल मुआवजा राशि की घोषणा और स्वीकृति की मांग की।
उन्होंने बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से इस मुद्दे पर फोन पर बात की और जैसलमेर हादसे के संबंध में चर्चा की। हमने सीएम से कलेक्टर को भेजने का आग्रह किया था, लेकिन कलेक्टर के बजाय एसडीएम को भेजा गया।
गहलोत ने कहा, "हमें इस बात से कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन सरकार को तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए थी।"
उन्होंने आगे कहा कि मुआवजा राशि की घोषणा में देरी नहीं होनी चाहिए थी। यदि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा कल मुआवजा घोषित नहीं कर पाए, तो कम से कम आज यह काम हो जाना चाहिए था।
पूर्व मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, "क्या मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रेरणा ले रहे हैं, जो मीडिया से मुलाकात नहीं करते? राजस्थान के मुख्यमंत्री को मीडिया से रूबरू होना चाहिए।"
गहलोत ने यह भी कहा कि हादसे के तुरंत बाद मुख्यमंत्री का जैसलमेर और फिर जोधपुर पहुंचना सराहनीय कदम था। इसके लिए हम उन्हें धन्यवाद देते हैं, लेकिन मीडिया से संवाद स्थापित करना जरूरी था। मैं सरकार से अपील करता हूं कि पीड़ितों को जल्द से जल्द राहत पहुंचाई जाए और उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान किया जाए।
उन्होंने कहा, "हमें उन लोगों के दर्द को समझना होगा, जो इस हादसे में जल चुके हैं या प्रभावित हुए हैं। सरकार को तुरंत मुआवजा राशि स्वीकृत करनी चाहिए ताकि पीड़ितों को राहत मिल सके।"