क्या जापान और गुयाना ने दिल्ली विस्फोट की निंदा की, घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना?
सारांश
Key Takeaways
- दिल्ली में धमाका हुआ, जिसमें कई लोगों की जान गई।
- गुयाना और जापान ने घटना की कड़ी निंदा की।
- घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की गई।
- जांच एजेंसियां सोशल मीडिया और मोबाइल डेटा पर ध्यान दे रही हैं।
- दिल्ली में अलर्ट जारी किया गया है।
नई दिल्ली, ११ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सोमवार शाम को लाल किला मेट्रो स्टेशन के निकट हुए धमाके में कई लोगों की जान चली गई, और अनेक लोग घायल हुए हैं। इस घटना के बाद दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और उत्तराखंड सहित कई राज्यों में अलर्ट जारी किया गया है। इस घटना की कड़ी निंदा देश-विदेश में की जा रही है। गुयाना और जापान जैसे देशों ने भी इस दिल्ली ब्लास्ट की निंदा की है।
गुयाना के राष्ट्रपति डॉ. इरफान अली ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा कि गुयाना की सरकार और जनता की ओर से मैं नई दिल्ली में हुए इस भीषण विस्फोट के बाद भारत सरकार और जनता के साथ एकजुटता व्यक्त करता हूं। हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इस घटना से प्रभावित सभी लोगों के साथ खड़े हैं।
जापान के नए विदेश मंत्री मोतेगी तोशिमित्सु ने 'एक्स' पर लिखा कि भारत के दिल्ली में एक विस्फोट हुआ, जिसके परिणामस्वरूप कई बहुमूल्य जानें गईं और कई लोग घायल हुए। मैं पीड़ितों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं और शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी हार्दिक प्रार्थना करता हूं।
दिल्ली में लाल किला मेट्रो स्टेशन के आसपास हुए कार धमाके की जांच में तेजी आ गई है। सूत्रों के मुताबिक, जांच एजेंसियां सोशल मीडिया और मोबाइल संचार पर कड़ी निगरानी रख रही हैं। ये एजेंसियां मोबाइल फोन के डंप डेटा पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं और कई स्थानों से यह डेटा इकट्ठा कर रही हैं।
सूत्रों के अनुसार, लाल किले के नजदीक ऑपरेट हो रहे सभी मोबाइल फोन का डंप डेटा एकत्र किया जा रहा है। पार्किंग क्षेत्र में खड़ी गाड़ी से जुड़े संभावित फोन नंबरों की पहचान की जा रही है। इसके अलावा, धमाके वाली गाड़ी में सवार लोग या उनसे जुड़े व्यक्तियों के बीच बातचीत हुई होगी, इसलिए पार्किंग फोन डेटा को महत्वपूर्ण सबूत माना जा रहा है।
फरीदाबाद क्षेत्र में भी डंप डेटा के जरिए संचार पैटर्न के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है, ताकि यह पता चल सके कि कितने लोग आपस में संपर्क में थे। सूत्रों का कहना है कि डंप डेटा से उन फोन नंबरों का सुराग मिल सकता है जो धमाके से सीधे जुड़े हों।
दिल्ली के कोतवाली थाने में इस संबंध में एफआईआर दर्ज की गई है, जिसमें घटना के समय मौजूद सब इंस्पेक्टर के बयान को आधार बनाया गया है।
दिल्ली पुलिस सूत्रों के अनुसार, एफआईआर लाल किले पुलिस चौकी के सब इंस्पेक्टर (एसआई) विनोद नयन के बयान पर दर्ज की गई। एसआई विनोद नयन ने अपने बयान में बताया कि अचानक तेज धमाके की आवाज सुनाई दी। धमाका होने के समय वे पुलिस चौकी में मौजूद थे। बाहर आकर देखा तो पार्किंग में खड़ी गाड़ियों में आग लगी हुई थी।