क्या काजल अग्रवाल ने ‘सेल्फ लव’ का सही मतलब बताया? जानिए वर्कआउट की अहमियत

सारांश
Key Takeaways
- वर्कआउट मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है।
- सेल्फ लव का मतलब अपनी सेहत का ध्यान रखना है।
- काजल अग्रवाल ने सकारात्मक सोच को बढ़ावा दिया है।
मुंबई, 21 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। अभिनेत्री काजल अग्रवाल अपनी फिल्मों और खूबसूरती के लिए प्रसिद्ध हैं। इसके साथ ही वह पॉजीटिव सोच और हेल्दी लाइफस्टाइल के लिए भी जानी जाती हैं। उन्होंने सोमवार को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में ‘सेल्फ लव’ का महत्व बताया।
काजल का यह मानना है कि अपनी सेहत का ध्यान रखने के लिए वर्कआउट सबसे प्रभावी तरीका है, जिसे हर किसी को नियमित रूप से अपनाना चाहिए।
अभिनेत्री ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें वह जिम में पसीना बहाते हुए, कोर स्ट्रेंथनिंग और अपर बॉडी की एक्सरसाइज करते हुए नजर आ रही हैं। इसके कैप्शन में उन्होंने लिखा, "कभी-कभी काम, घर और खुद को निखारने के बीच संतुलन बनाना बहुत कठिन होता है। लेकिन असली ताकत सिर्फ अभ्यास में नहीं, बल्कि चलते रहने के निर्णय में है। पसीने की हर बूंद इस बात का सबूत है।"
उन्होंने आगे कहा कि वर्कआउट न केवल उन्हें फिट रहने में मदद करता है, बल्कि ध्यान केंद्रित करने में भी सहायक है। इसके परिणाम सिर्फ बाहरी नहीं होते, बल्कि यह आपके मन और अनुशासन को नया आकार भी देते हैं।
अभिनेत्री के वर्कफ्रंट की बात करें तो हाल ही में उन्होंने पीरियड ड्रामा फिल्म ‘कन्नप्पा’ में देवी पार्वती की भूमिका निभाई है। उनके साथ अक्षय कुमार हैं, जिन्होंने भगवान शिव का किरदार निभाया है।
‘कन्नप्पा’ को मुकेश कुमार सिंह ने निर्देशित किया है, जिसमें विष्णु मांचू मुख्य भूमिका में हैं। फिल्म एक आदिवासी योद्धा थिन्नाडु की यात्रा को दिखाती है - कैसे एक कट्टर नास्तिक एक सच्चा भक्त बन जाता है। यह फिल्म 27 जून को रिलीज हुई थी और इसे मिली-जुली समीक्षाएं प्राप्त हुईं।
इसके साथ ही, काजल जल्द ही निर्देशक नितेश तिवारी की फिल्म ‘रामायण’ में मंदोदरी के किरदार में नजर आएंगी। फिल्म का पहला प्रोमो वीडियो भी जारी किया गया है, जिसमें रणबीर कपूर और सुपरस्टार यश का भी जलवा देखने को मिला है।