क्या कमलनाथ ने सीएम मोहन यादव को चिट्ठी लिखकर कहा- कफ सिरप पीड़ितों को नहीं मिली मदद?
सारांश
Key Takeaways
- कमलनाथ ने मोहन यादव को पत्र लिखकर चिंता जताई।
- कफ सिरप के सेवन से बच्चों की मौत हुई।
- राज्य सरकार ने उपचार का खर्च उठाने का वादा किया था।
- पीड़ित परिवारों को कोई मदद नहीं मिली।
- आर्थिक और मानसिक राहत की आवश्यकता है।
भोपाल, 6 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में कफ सिरप के सेवन से कई बच्चों की मौत का मामला राजनीतिक चर्चाओं में गहराई से समाहित हो गया है। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को एक पत्र लिखकर अपनी गहरी चिंता व्यक्त की है।
पूर्व सीएम कमलनाथ ने बच्चों के उपचार में हुई देरी पर सवाल उठाते हुए कहा कि राज्य सरकार ने इलाज का पूरा खर्च उठाने का वादा किया था, लेकिन अब तक पीड़ित परिवारों को एक भी पैसा प्राप्त नहीं हुआ। उन्होंने सरकार से मांग की कि जल्द ही परिजनों को पूरा खर्च उपलब्ध कराया जाए।
कमलनाथ ने मुख्यमंत्री मोहन यादव को संबोधित करते हुए पत्र में लिखा, "छिंदवाड़ा जिले में विषाक्त कफ सिरप के सेवन से कई मासूम बच्चों की असमय मृत्यु की यह हृदयविदारक घटना पूरे देश और प्रदेश को दुखी कर रही है। इस दुखद घटना के बाद राज्य सरकार ने यह घोषणा की थी कि पीड़ित बच्चों के उपचार का पूरा खर्च राज्य द्वारा वहन किया जाएगा, लेकिन अब तक उन्हें उपचार में हुए खर्च की राशि नहीं मिली है।"
कमलनाथ ने कहा कि इस घटना से प्रभावित परिवार न केवल अपने बच्चों की असहनीय हानि झेल रहे हैं, बल्कि पीड़ित बच्चों के उपचार में खर्च होने वाली राशि के कारण उन्हें आर्थिक समस्याओं का सामना भी करना पड़ रहा है। मेरे संज्ञान में आया है कि जिला प्रशासन ने इस संबंध में प्रस्ताव तैयार कर स्वीकृति के लिए राज्य शासन को भेजा है, लेकिन अब तक कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। जिन अस्पतालों में बच्चों का उपचार हुआ था, वे अस्पताल पीड़ित परिवारों से बकाया बिलों की मांग कर रहे हैं, जिससे इन परिवारों की आर्थिक और मानसिक पीड़ा और बढ़ रही है।
कमलनाथ ने आगे कहा कि मैं आपसे निवेदन करता हूँ कि इस मानवता के विषय की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए पीड़ित बच्चों के परिवारों को उपचार व्यय की राशि प्रदान करने और बकाया बिलों के समाधान हेतु आदेश देने का कष्ट करें ताकि प्रभावित परिवारों को आर्थिक और मानसिक राहत मिल सके।