क्या कश्मीर में पुलिस ने आतंकी नेटवर्क का भंडाफोड़ किया?
सारांश
Key Takeaways
- सोशल एक्टिविज्म की आड़ में छिपा आतंकी नेटवर्क भंडाफोड़ हुआ।
- 12 संदिग्धों को हिरासत में लिया गया।
- 10 मोबाइल फोन, 1 लैपटॉप, 14 सिम कार्ड जब्त किए गए।
- ऑपरेशन का उद्देश्य आतंकवाद से जुड़े ऑनलाइन गतिविधियों को समाप्त करना है।
- जम्मू-कश्मीर पुलिस की आतंकवाद विरोधी रणनीति को सफल माना जा रहा है।
श्रीनगर, 16 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। जम्मू-कश्मीर पुलिस की काउंटर इंटेलिजेंस कश्मीर (सीआईके) ने सोशल एक्टिविज्म की आड़ में छिपे एक आतंकी नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है।
जम्मू-कश्मीर पुलिस के अनुसार, इस ऑपरेशन के तहत श्रीनगर, बारामूला, अनंतनाग, पुलवामा, कुपवारा, बडगाम और शोपियां में 12 ठिकानों की पहचान कर तलाशी ली गई।
इस कार्रवाई के दौरान 12 संदिग्धों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया। सर्च ऑपरेशन में पुलिस ने भारी मात्रा में आपत्तिजनक डिजिटल सामग्री जब्त की, जिसमें 10 मोबाइल फोन, 1 लैपटॉप और 14 सिम कार्ड शामिल हैं। इन सभी का विस्तृत फोरेंसिक जांच किया जा रहा है।
अधिकारियों ने बताया कि काउंटर-इंटेलिजेंस कश्मीर ने आतंकवाद से जुड़े एक मामले की चल रही जांच के तहत कश्मीर घाटी में कई जगहों पर एक साथ छापेमारी की। यह मामला आतंकवाद की ऑनलाइन महिमामंडन और भर्ती गतिविधियों से जुड़ा है।
अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि ये सर्च ऑपरेशन आईपीसी की धारा 153-ए और 505 तथा गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम की धारा 13 और 18 के तहत दर्ज एफआईआर नंबर 03/2023 के सिलसिले में उचित सर्च वारंट प्राप्त करने के बाद किए जा रहे हैं। यह मामला आतंकवाद से जुड़े अपराधों, विशेषकर ऑनलाइन आतंकवाद की विचारधारा का महिमामंडन और प्रचार करने से संबंधित है, जिसका उद्देश्य लोगों को कट्टरपंथी बनाना और आतंकवादी संगठनों में भर्ती करना है।
ज्ञात रहे कि जम्मू-कश्मीर पुलिस और सुरक्षा बल आतंकवादियों, उनके ओवरग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू), और समर्थकों के खिलाफ आतंकवाद विरोधी अभियान चला रहे हैं। इस रणनीति का उद्देश्य केवल हथियारबंद आतंकवादियों को निशाना बनाने के बजाय आतंकवाद के संपूर्ण सपोर्ट सिस्टम को समाप्त करना है।