क्या कीर स्टार्मर 9 अक्टूबर को प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात करेंगे?

सारांश
Key Takeaways
- कीर स्टार्मर का भारत दौरा व्यापारिक अवसरों को बढ़ाने के लिए है।
- भारत 2028 तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है।
- बिजनेस समझौते के तहत कई नई नौकरियां सृजित होंगी।
- वीजा मुद्दा इस दौरे का हिस्सा नहीं है।
- ग्लोबल फिनटेक फेस्ट में महत्वपूर्ण चर्चाएं होंगी।
नई दिल्ली, ८ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर दो दिवसीय भारत दौरे पर मुंबई पहुंचे हैं, जहाँ उनका भव्य स्वागत किया गया। यह दौरा बिजनेस के उद्देश्य से है और वे १२५ लोगों के प्रतिनिधिमंडल के साथ आए हैं। पीएम स्टार्मर ने कहा कि भारत में ब्रिटिश व्यवसायों का विस्तार हमारे लोगों के लिए व्यापार के अवसरों को बढ़ाने में सहायक होगा।
उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "मैं मुंबई में ब्रिटिश व्यवसाय का झंडा फहरा रहा हूं, क्योंकि भारत में ब्रिटिश व्यवसायों की वृद्धि का अर्थ है कि स्वदेश में हमारे लोगों के लिए अधिक नौकरियों का सृजन होगा।"
आपको बता दें कि यह पीएम स्टार्मर का पहला भारत दौरा है। वे ९ अक्टूबर को पीएम मोदी से मुलाकात करेंगे, जिसमें विजन २०३५ की पहल के तहत भारत-ब्रिटेन साझेदारी पर चर्चा होगी।
ब्रिटेन के पीएम कीर स्टार्मर ने कहा है कि भारत २०२८ तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में अग्रसर है और इसके साथ व्यापार की गति तेज और सस्ती होगी। ऐसे में अवसरों का कोई मुकाबला नहीं है।
उन्होंने यह भी कहा कि हमने जुलाई में भारत के साथ एक बड़ा व्यापार समझौता किया है। यह किसी भी देश द्वारा किया गया सबसे सुरक्षित समझौता है, लेकिन यह कहानी यहीं खत्म नहीं होती। यह सिर्फ एक कागज का टुकड़ा नहीं, बल्कि विकास का एक लॉन्चपैड है।
भारत की यात्रा से पहले, पीएम स्टार्मर ने किसी भी तरह के वीजा समझौते से इनकार किया और कहा, "यह योजना का हिस्सा नहीं है। यह यात्रा उस मुक्त व्यापार समझौते का लाभ उठाने के लिए है, जिस पर हम पहले ही हस्ताक्षर कर चुके हैं। व्यवसायों को इस समझौते से लाभ हो रहा है; वीजा मुद्दा नहीं है। ब्रिटेन की आव्रजन नीतियां सख्त रहेंगी।"
कीर स्टार्मर और पीएम मोदी मुंबई में ग्लोबल फिनटेक फेस्ट के छठे संस्करण में शामिल हो सकते हैं। इस फेस्ट के दौरान, दोनों नेता दुनिया भर के नीति निर्माताओं, उद्योग जगत के नेताओं और विशेषज्ञों के साथ विचार-विमर्श करेंगे।