क्या केरल में आरआरएस कार्यकर्ता की आत्महत्या मामले की जांच होनी चाहिए? - चंद्रशेखर आजाद

सारांश
Key Takeaways
- चंद्रशेखर आजाद ने केरल में आत्महत्या मामले की जांच की मांग की।
- उन्होंने बाबा साहेब अंबेडकर के योगदान को याद किया।
- महाराष्ट्र में पार्टी का विस्तार करने का निर्णय लिया।
- आगामी बिहार चुनाव के लिए तैयारी की जानकारी दी।
- जातिगत भेदभाव और सामाजिक अन्याय पर ध्यान केंद्रित किया।
नागपुर, 14 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। आजाद समाज पार्टी के नेता चंद्रशेखर आजाद ने मंगलवार को कहा कि आज के दिन डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर ने धर्म की शिक्षा लेकर सम्पूर्ण विश्व में मानवता का संदेश फैलाया। उन्होंने पूरी मानवता को एक नया पाठ पढ़ाया।
समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर के प्रेरणा से लाखों लोगों ने धर्म की शिक्षा ग्रहण की। उन्होंने देशभर में धर्म का संदेश फैलाया। आज हमारी पार्टी ने उत्तर प्रदेश के समान महाराष्ट्र में भी प्रभु सम्मेलन का आयोजन किया, जिसमें बड़ी संख्या में लोग बाबा साहेब अंबेडकर के उस संदेश को सुनने के लिए पहुंचे, जिसे उन्होंने सम्पूर्ण विश्व में फैलाया।
उन्होंने बताया कि सम्मेलन में हमने महाराष्ट्र के बुद्धिजीवियों को आमंत्रित किया। इस दौरान चर्चा की गई कि कैसे हम महाराष्ट्र में राजनीतिक आंदोलन को सशक्त बना सकते हैं। यहाँ कई समस्याएं हैं। जब भी मैं यहाँ आता हूँ, कोई न कोई अपनी परेशानियों के बारे में बताता है। सभी समस्याओं का समाधान आवश्यक है, तभी समाज में सकारात्मक बदलाव संभव होगा। लोग मुझे बताते हैं कि कैसे उनके घरों पर बुलडोजर चलाया जा रहा है और उन्हें परेशान किया जा रहा है। जातिगत भेदभाव की समस्याएँ भी सामने आ रही हैं। इसे ध्यान में रखते हुए हमने उत्तर प्रदेश के समान महाराष्ट्र में अपनी पार्टी का विस्तार करने का निर्णय लिया है।
इसके अलावा, चंद्रशेखर आजाद ने बिहार चुनाव के लिए पार्टी की तैयारियों की जानकारी दी। हम जल्द ही इस दिशा में ठोस कदम उठाने वाले हैं। हमें विश्वास है कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में हमारी पार्टी की स्थिति सकारात्मक होगी।
उन्होंने केरल में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता की आत्महत्या की जांच की मांग की। आजाद ने कहा कि इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और सच्चाई सामने आनी चाहिए।
उन्होंने हरियाणा के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी की आत्महत्या पर भी दुःख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि उस अधिकारी के परिजनों ने अभी तक शव का अंतिम संस्कार नहीं किया है। ऐसे मामलों की निष्पक्ष जांच होनी जरूरी है ताकि यह स्पष्ट हो सके कि इसके पीछे मुख्य आरोपी कौन है?