क्या खाद संकट पर कांग्रेस की है दोहरी नीति? - मोहन यादव

सारांश
Key Takeaways
- खाद संकट: मध्य प्रदेश में खाद की कमी की समस्या गंभीर है।
- राजनीतिक आरोप: मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पर दोहरे मापदंड का आरोप लगाया।
- किसानों की स्थिति: किसान रात भर लाइन में लगने को मजबूर हैं।
- प्रधानमंत्री की पहल: पीएम मित्र पार्क से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
- प्रदर्शन: कांग्रेस ने खाद की कमी को लेकर प्रदर्शन किया।
भोपाल, 1 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश में खाद संकट को लेकर कांग्रेस के हमलों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कांग्रेस पर दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि जब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी, तब खाद की कमी के कारण हाहाकार मचता था और कालाबाजारी आम थी। यह बात किसी से छिपी नहीं है।
राज्य में वर्तमान में विधानसभा का मानसून सत्र चल रहा है। शुक्रवार को कांग्रेस ने सदन के बाहर खाद की कमी के खिलाफ प्रदर्शन किया, जिसमें विधायक प्रतीकात्मक रूप से खाद की बोरी और नैनो खाद की शीशी लेकर पहुंचे। कांग्रेस ने सरकार पर किसानों की अवहेलना का आरोप लगाया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान समय में वैश्विक स्थितियों के चलते खाद के आयात में अनेक चुनौतियाँ हैं, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्य प्रदेश के लिए विशेष प्रबंधन किए हैं। उन्होंने दावा किया कि राज्य में खाद वितरण में किसी प्रकार की कठिनाई नहीं है।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने यह भी जानकारी दी कि उन्होंने गुरुवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ने भोपाल में मेट्रो के उद्घाटन और पीएम मित्र पार्क के भूमिपूजन के लिए मौखिक स्वीकृति दे दी है। उन्होंने कहा कि पीएम मित्र पार्क से आदिवासी अंचल के एक लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा और इसके भूमिपूजन की तारीख भी जल्द तय की जाएगी।
इस बीच, भारी बारिश और खाद की कमी को लेकर कांग्रेस सरकार को लगातार घेर रही है। कांग्रेस का आरोप है कि किसानों को खाद नहीं मिल रही और वे रात-रात भर लाइन में लगने को मजबूर हैं।