क्या किरेन रिजिजू ने राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस पर भारतीय वैज्ञानिकों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की?

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क्या किरेन रिजिजू ने राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस पर भारतीय वैज्ञानिकों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की?

सारांश

आज, राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस पर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने भारतीय वैज्ञानिकों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की। यह दिन चंद्रयान-3 की ऐतिहासिक लैंडिंग की याद में मनाया जा रहा है। जानें इस विशेष दिन के महत्व और आगामी कार्यक्रमों के बारे में।

Key Takeaways

  • राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस का उद्देश्य विज्ञान और अनुसंधान को बढ़ावा देना है।
  • भारत ने चंद्रयान-3 के माध्यम से अंतरिक्ष में महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं।
  • युवाओं को एसटीईएम में करियर के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
  • विशेष कार्यक्रमों के माध्यम से वैज्ञानिक जिज्ञासा को बढ़ावा दिया जा रहा है।
  • भारत एक उभरती अंतरिक्ष शक्ति के रूप में पहचान बना रहा है।

नई दिल्ली, 23 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। आज, देश भर में राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस का उत्सव मनाया जा रहा है। केंद्रीय अल्पसंख्यक एवं संसदीय कार्य मंत्री किरन रिजिजू ने सभी देशवासियों को इस विशेष दिन की शुभकामनाएं दी।

केंद्रीय मंत्री किरन रिजिजू ने भारत के अंतरिक्ष अभियानों में योगदान देने वाले वैज्ञानिकों के प्रति गहरी कृतज्ञता व्यक्त की। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस हमें यह याद दिलाता है कि साहस और दृढ़ विश्वास से बड़ा कुछ नहीं होता। हम अपने वैज्ञानिकों के प्रति कृतज्ञ हैं, जिन्होंने भारत को आकाश से परे चमकने में मदद की।"

ज्ञात हो कि भारत आज अपना दूसरा राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस मना रहा है। यह दिन 23 अगस्त, 2023 को इसरो के चंद्रयान-3 मिशन की ऐतिहासिक सफल लैंडिंग की याद में मनाया जाता है। इस उपलब्धि के साथ, भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला पहला देश और चंद्रमा पर सफलतापूर्वक उतरने वाला चौथा देश बन गया।

चंद्रयान-3 की सफलता का सम्मान करने और युवा पीढ़ी को भारत की वैज्ञानिक प्रगति पर गर्व करने के लिए प्रेरित करने हेतु 2024 में राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस मनाने की शुरुआत की गई थी।

इस विशेष दिन पर उत्तर प्रदेश के स्कूलों में एनसीईआरटी का नया शैक्षिक मॉड्यूल 'भारत - एक उभरती अंतरिक्ष शक्ति' लागू किया जाएगा। यह मॉड्यूल छात्रों में वैज्ञानिक जिज्ञासा को बढ़ावा देने का कार्य करेगा और भारत की अंतरिक्ष यात्रा के इस महत्वपूर्ण मील के पत्थर को चिह्नित करेगा।

यह शैक्षिक कार्यक्रम अंतरिक्ष विज्ञान में भारत की यात्रा को, प्रारंभिक नवाचारों से लेकर आधुनिक उपलब्धियों तक, प्रदर्शित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है और इसमें चंद्रयान, मंगलयान, और आगामी गगनयान जैसे प्रमुख अभियानों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।

राज्य के सभी सरकारी प्राथमिक, उच्च प्राथमिक और संयुक्त विद्यालयों में विशेष आयोजन किए जा रहे हैं।

इन आयोजनों में विज्ञान प्रदर्शनियां, अंतरिक्ष विशेषज्ञों के साथ संवाद सत्र, कक्षा चर्चाएं, और भारत के अंतरिक्ष अन्वेषण पर केंद्रित शैक्षिक सभाएं शामिल हैं।

इनका उद्देश्य युवाओं को विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (एसटीईएम) में करियर बनाने के लिए प्रेरित करना है, साथ ही देश की उपलब्धियों पर गर्व भी जगाना है।

Point of View

हम देखते हैं कि भारत ने विज्ञान और अनुसंधान के क्षेत्र में अद्वितीय उपलब्धियां हासिल की हैं। राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस, हमारे वैज्ञानिकों की मेहनत और समर्पण का प्रतीक है। यह दिन हमें यह याद दिलाता है कि हमें अपने वैज्ञानिकों पर गर्व है और हमें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है।
NationPress
23/08/2025

Frequently Asked Questions

राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस कब मनाया जाता है?
राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस हर वर्ष 23 अगस्त को मनाया जाता है।
इस दिन का महत्व क्या है?
यह दिन चंद्रयान-3 की ऐतिहासिक सफल लैंडिंग की याद में मनाया जाता है।
उत्तर प्रदेश में क्या कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं?
उत्तर प्रदेश में एनसीईआरटी का नया शैक्षिक मॉड्यूल 'भारत - एक उभरती अंतरिक्ष शक्ति' लागू किया जा रहा है।