क्या कूनो नेशनल पार्क में चीतों के लिए सौर-संचालित आर्टिफिशियल ठंडा क्षेत्र बनाया गया है?

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क्या कूनो नेशनल पार्क में चीतों के लिए सौर-संचालित आर्टिफिशियल ठंडा क्षेत्र बनाया गया है?

सारांश

कूनो नेशनल पार्क में चीतों और उनके शावकों की गर्मी से सुरक्षा के लिए एक कृत्रिम ठंडा क्षेत्र विकसित किया गया है। यह पहल चीतों की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण साबित हो रही है। जानें इस पहल के बारे में और कैसे यह चीतों को राहत प्रदान कर रहा है।

Key Takeaways

  • कूनो नेशनल पार्क में चीतों के लिए कृत्रिम ठंडा क्षेत्र विकसित किया गया है।
  • यह पहल चीतों और उनके शावकों को गर्मी से राहत प्रदान कर रही है।
  • सौर ऊर्जा का उपयोग करके जल आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है।

श्योपुर (मध्य प्रदेश), 15 जून (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क के प्रबंधन ने अत्यधिक गर्मी में चीतों और उनके छोटे शावकों को राहत प्रदान करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। पार्क में एक कृत्रिम ठंडा क्षेत्र विकसित किया गया है। इस संबंध में कूनो प्रबंधन ने रविवार को एक वीडियो साझा कर यह जानकारी दी।

इस व्यवस्था का मुख्य उद्देश्य उन शावकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है, जो हाल ही में कूनो में जन्मे हैं और पहली बार गर्मी का सामना कर रहे हैं। इस वर्ष श्योपुर में तापमान 48 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है, जो इन संवेदनशील जीवों के लिए बेहद खतरनाक हो सकता था। कूनो पार्क प्रबंधन ने इस योजना को सौर ऊर्जा पर आधारित वाटर लिफ्ट प्रणाली के माध्यम से लागू किया है।

कूनो नदी से पानी को पाइपलाइन के जरिए लगभग 8.6 किलोमीटर की दूरी तक ले जाकर 15 जल बिंदुओं और स्प्रिंकलरों में पहुंचाया जा रहा है। ये जल स्रोत पार्क के बाड़ों के अंदर और बाहर दोनों जगहों पर स्थापित किए गए हैं। इस प्रणाली से न केवल जानवरों को पीने के लिए ठंडा पानी मिल रहा है, बल्कि स्प्रिंकलर के माध्यम से क्षेत्र में हरियाली भी बढ़ रही है, जिससे वातावरण में ठंडक बनी रहती है।

प्रबंधन के अनुसार, इस पहल से चीतों की मां और उनके शावकों को गर्मी में काफी राहत मिली है। विशेष रूप से मादा चीता निरवा, जिसने 27 अप्रैल को पांच शावकों को जन्म दिया और मादा चीता वीरा, जिसके दो शावक 4 फरवरी को जन्मे थे। इस योजना की प्रेरणा कूनो की मादा चीता ज्वाला के चार शावकों की दुखद मृत्यु से मिली है। गर्मी और पर्यावरणीय परिस्थितियों के कारण ज्वाला के शावकों को बचाया नहीं जा सका। इस अनुभव को चुनौती के रूप में लेते हुए पार्क प्रबंधन ने कृत्रिम ठंडा क्षेत्र बनाने का निर्णय लिया।

वर्तमान में कूनो नेशनल पार्क में कुल 27 चीते हैं, जिनमें 10 वयस्क और 17 शावक शामिल हैं। इसके अलावा, दो चीते गांधीसागर क्षेत्र में भी हैं। केंद्र सरकार की हरित ऊर्जा नीति के अंतर्गत सौर पंपों के उपयोग से जल आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है, जो वन्यजीव संरक्षण की दिशा में एक सफल और पर्यावरण अनुकूल कदम माना जा रहा है।

Point of View

न केवल वन्यजीव संरक्षण की दिशा में एक सकारात्मक कदम है, बल्कि सौर ऊर्जा के उपयोग से पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी भी दर्शाती है। यह कदम देश के जंगलों और जीवों की सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण मिसाल है।
NationPress
19/12/2025

Frequently Asked Questions

कूनो नेशनल पार्क में चीतों की संख्या कितनी है?
कूनो नेशनल पार्क में वर्तमान में कुल 27 चीते हैं, जिनमें 10 वयस्क और 17 शावक शामिल हैं।
इस ठंडे क्षेत्र का निर्माण कैसे किया गया है?
यह ठंडा क्षेत्र सौर ऊर्जा आधारित वाटर लिफ्ट प्रणाली का उपयोग करके विकसित किया गया है।
कौन सी मादा चीता ने हाल ही में शावकों को जन्म दिया?
मादा चीता निरवा ने 27 अप्रैल को पांच शावकों को जन्म दिया है।
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