क्या बिहार चुनाव हाईजैक हुआ? अशोक गहलोत ने इलेक्शल कमीशन पर उठाए सवाल
सारांश
Key Takeaways
- बिहार चुनाव में धनबल का प्रयोग हुआ है।
- महिलाओं को पैसे बांटे गए थे।
- चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठते हैं।
- कांग्रेस सोनिया गांधी के नेतृत्व में एकजुट है।
- अंता उपचुनाव में जीत का कारण पूर्व योजनाओं का प्रभाव है।
जयपुर, 17 नवंबर, राष्ट्र प्रेस। बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की हार पर पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने कहा कि लोकतंत्र में चुनाव में हार-जीत होती रहती है। बिहार में जिस प्रकार चुनाव को हाईजैक किया गया, महिलाओं को दस हजार रुपए दिए गए। मतदान प्रक्रिया के दौरान पैसे बांटे गए और चुनाव आयोग केवल देखता रहा।
अशोक गहलोत ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि प्रधानमंत्री का दावा है कि कांग्रेस का सफाया हो गया है, लेकिन कांग्रेस सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी के नेतृत्व में एकजुट है। एनडीए द्वारा पेश की गई चुनौतियों का सामना करने में हम सक्षम हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा में दो सालधनबल का उपयोग किया गया। महिलाओं को पैसे देना एक पहलू है, लेकिन कई योजनाओं के माध्यम से पैसे बांटे गए हैं, जो आंकड़े चौंकाने वाले हैं।
राजस्थान के पूर्व सीएम ने कहा कि अंता विधानसभा उपचुनाव में हम जीत गए क्योंकि मौजूदा सरकार विफल रही। जब कांग्रेस की सरकार थी, तब हमने जो योजनाएं चलाईं, उनकी चर्चा पूरे देश में होती है। उनका प्रभाव आज भी है। लोग महसूस कर रहे हैं कि पूर्व सरकार के बाद सुशासन की कमी है।
उन्होंने चुनाव आयोग पर सवाल उठाते हुए कहा कि चुनाव आयोग सरकार के साथ मिला हुआ है, जो लोकतंत्र के लिए अच्छे संकेत नहीं हैं। उन्हें चाहिए कि सभी पार्टियों को भरोसे में लें और संवाद करें। एसआईआर के लिए जो तरीका अपनाया गया, उससे उनकी मंशा पर सवाल उठते हैं।