क्या बिहार में एनडीए की जीत ‘जनता के आशीर्वाद’ का परिणाम है: नितिन नबीन?
सारांश
Key Takeaways
- एनडीए की जीत को जनता के आशीर्वाद का नतीजा बताया गया।
- कार्यकर्ताओं की मेहनत का अहम योगदान रहा।
- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नेतृत्व महत्वपूर्ण है।
- कांग्रेस नेताओं को जनता के मिजाज को समझने की सलाह।
- भविष्य की राजनीति में नीतीश कुमार की भूमिका पर कोई संशय नहीं।
पटना, १५ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार राज्य के मंत्री नितिन नबीन ने विधानसभा चुनाव में एनडीए के लिए आए परिणाम को जनता के ‘आशीर्वाद का परिणाम’ बताया।
उन्होंने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि हम प्रदेश की जनता का दिल से धन्यवाद करते हैं कि उन्होंने हमें फिर से मौका दिया। यह चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ा गया। इसी कारण हम जीत का परचम लहराने में सफल हुए। इसके अलावा, चिराग पासवान, जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा ने भी एनडीए की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
उन्होंने कहा कि मैं पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं का भी दिल से धन्यवाद करना चाहूंगा, जिन्होंने प्रदेश में एनडीए के पक्ष में सकारात्मक माहौल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। यह जीत हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं के अथक परिश्रम के बिना अधूरी है। यदि हमारे कार्यकर्ताओं ने जमीनी स्तर पर मेहनत नहीं की होती, तो आज हम इस मुकाम पर नहीं होते।
मंत्री ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात पर कहा कि वे मेरे अभिभावक हैं। मेरे लिए यह सौभाग्य की बात है कि मुझे उनके अधीन काम करने का मौका मिला है। मुझे उनसे बहुत कुछ सीखने को मिला है, जिसे शब्दों में नहीं कह सकते। मैं उनका आशीर्वाद लेने के लिए उनसे मिलने जा रहा हूं।
उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि वे भारत को भारत की नजर से नहीं, बल्कि विदेश की नजर से देखते हैं, जिसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता। यदि वे भारत की चुनावी प्रणाली को भारत की नजरों से देखना शुरू करेंगे, तो उन्हें पूरी वस्तुस्थिति स्पष्ट हो जाएगी, लेकिन यह अफसोस का विषय है कि वे इतनी हार झेलने के बावजूद ऐसा नहीं कर पा रहे हैं। यदि यही स्थिति बनी रही, तो उन्हें आगे भी हार का सामना करना पड़ेगा।
बिहार सरकार के मंत्री नितिन नबीन ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव को राज्य की जनता ने ठोस जवाब दिया है, लेकिन यदि ये दोनों नेता बिहार की स्थिति को समझने के लिए तैयार नहीं हैं, तो मैं यह दावे के साथ कहता हूं कि इस देश में उन्हें समझाने वाला कोई नहीं है। मेरी तरफ से इन दोनों नेताओं को यही सलाह है कि जितनी जल्दी वे अपनी गलतियों को सुधारेंगे, उनके लिए उतना ही बेहतर होगा।
जब उनसे पूछा गया कि क्या बिहार के अगले सीएम नीतीश कुमार होंगे, तो उन्होंने कहा कि इसमें किसी को भी कोई शक नहीं होना चाहिए।
वहीं, विधायक रुहैल रंजन ने बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की जीत पर प्रदेश की जनता का धन्यवाद किया। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का जिक्र करते हुए कहा कि बिहार में एनडीए की जीत उनके करिश्माई नेतृत्व का परिणाम है। उन्होंने हमेशा अपने शासनकाल में प्रदेश की जनता के हितों को प्राथमिकता दी है। इसी का परिणाम है कि आज फिर से बिहार में एनडीए जीत का परचम लहराने में सफल रहा।
जब उनसे ‘बिहार का अगला सीएम कौन होगा’ इस पर सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर इस बात को खारिज नहीं किया जा सकता कि बिहार का अगला सीएम नीतीश कुमार ही होंगे। इसमें बिल्कुल भी शक की गुंजाइश नहीं है।