क्या 14 करोड़ जनता बिहार में महापरिवर्तन करेगी? : मनोज कुमार

सारांश
Key Takeaways
- 14 करोड़ जनता महापरिवर्तन के लिए तैयार है।
- कानून व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता है।
- विपक्षी दलों का दबाव बढ़ रहा है।
- नीतीश सरकार के पिछले वादों पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
- बिहार की जनता चुनाव में अपनी आवाज उठाएगी।
नई दिल्ली, 19 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस सांसद मनोज कुमार ने यह दावा किया है कि बिहार की 14 करोड़ जनता नीतीश सरकार के शासन से चिंतित है और आगामी विधानसभा चुनाव में महापरिवर्तन करने का इरादा रखती है।
शनिवार को राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए, उन्होंने कानून व्यवस्था के मुद्दे पर नीतीश सरकार को कठघरे में खड़ा किया। उनका कहना है कि बिहार की कानून व्यवस्था भगवान भरोसे है। जिस तरह से आपराधिक घटनाएं हो रही हैं, उससे लोग अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं।
उन्होंने कहा कि अब तक विपक्षी दल इस मुद्दे पर सवाल उठा रहे थे, लेकिन अब एनडीए में शामिल केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान भी सवाल उठा रहे हैं। बिहार की जनता जान चुकी है कि एनडीए डबल इंजन की सरकार में सुरक्षा भगवान भरोसे है।
उन्होंने कहा कि पिछले 4 से 5 महीनों में पटना में कई हत्याएं हुई हैं। लोग नीतीश सरकार के 20 साल के शासन से थक चुके हैं और अब आजादी चाहते हैं। जनता विधानसभा चुनाव में इस सरकार को हटाकर इंडिया ब्लॉक की सरकार बनाने जा रही है।
रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ ईडी की चार्जशीट के संदर्भ में उन्होंने कहा कि हम केवल रॉबर्ट वाड्रा के साथ नहीं हैं, बल्कि हमारे नेता राहुल गांधी उन सभी के साथ खड़े हैं जो अन्याय और अत्याचार का सामना कर रहे हैं। गांधी परिवार को जिस तरह से टारगेट किया जा रहा है, वह पूरी देश देख रहा है। आजादी से लेकर आज तक कांग्रेस परिवार का एक इतिहास रहा है। 11 वर्षों से लगातार इस परिवार को निशाना बनाया जा रहा है। अगर कोई दोषी है तो कार्रवाई कीजिए, लेकिन बेवजह किसी को परेशान नहीं किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि हम इस मुद्दे को संसद और सड़कों पर उठाएंगे। अगर हमें अदालतों में न्याय से वंचित किया गया और सदन में हमारी आवाज दबाई गई, जैसा कि पहले माइक बंद करके किया गया था, तब भी हम अन्याय के खिलाफ अपनी आवाज उठाना नहीं छोड़ेंगे। बिहार दौरे पर प्रधानमंत्री के संदर्भ में उन्होंने कहा कि यह अच्छी बात है कि उन्होंने करोड़ों रुपए की सौगात दी है, लेकिन बिहार की जनता पूछ रही है कि मोतिहारी की चीनी मिल को लेकर जो वादा किया गया था, उसका क्या हुआ। 11 वर्षों में जो वादे किए गए, उनका क्या हुआ।