क्या कांग्रेस में दिग्विजय सिंह और कमलनाथ को घर बैठाने की योजना है? : विश्वास सारंग

सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस में बड़े नेताओं का प्रभुत्व कार्यकर्ताओं के लिए चुनौती है।
- विश्वास सारंग ने दिग्विजय सिंह और कमलनाथ को घर बैठाने की योजना का संकेत दिया।
- कांग्रेस को गांधी-नेहरू परिवार से स्वतंत्रता की आवश्यकता है।
- आंतरिक विवादों और गुटबाजी से पार्टी को नुकसान हो रहा है।
- कार्यकर्ताओं की आवाज़ को प्राथमिकता देनी होगी।
भोपाल 20 जून (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस की मध्य प्रदेश शाखा के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने राज्य में कांग्रेस की हार के लिए बड़े नेताओं को जिम्मेदार ठहराया है। इस पर युवक खेल कल्याण मंत्री विश्वास सारंग ने कटाक्ष करते हुए कहा है कि कांग्रेस में वरिष्ठ नेताओं, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और कमलनाथ को घर बैठाने की योजना बन रही है।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पटवारी के बयान पर मंत्री सारंग ने कहा है कि दिग्विजय सिंह और कमलनाथ को घर बैठाने की तैयारी चल रही है। दूसरी ओर, यह भी देखने की बात है कि जीतू पटवारी खुद क्या कर रहे हैं, जबकि कांग्रेस में कार्यकर्ताओं के लिए कोई स्थान नहीं है। कांग्रेस के नेताओं को न तो पहले कार्यकर्ताओं की चिंता थी और न ही अब है।
उन्होंने कहा है कि कांग्रेस गांधी-नेहरू परिवार के नियंत्रण में है। जब से नेहरू परिवार ने पार्टी की कमान संभाली है, तब से यही स्थिति बनी हुई है। जो लोग नेहरू परिवार की चमचागिरी करेंगे वही आगे बढ़ेंगे। जीतू पटवारी को कुछ करके दिखाना होगा। गंगा की सफाई तभी संभव है जब गंगोत्री की सफाई हो। इसलिए कांग्रेस की सफाई की आवश्यकता है, जो दिल्ली से शुरू होनी चाहिए। राहुल गांधी और नेहरू परिवार को घर में बैठाने से ही छोटे कार्यकर्ताओं को कांग्रेस में प्रतिनिधित्व मिल सकता है।
कुछ स्थानों पर कांग्रेस की बैठक में विवाद के बारे में मंत्री सारंग ने कहा कि गुटों और गिरोह में बंटी हुई कांग्रेस से हम क्या उम्मीद कर सकते हैं। राहुल गांधी भोपाल संगठन सृजन के लिए आए थे, लेकिन ऐसा लगता है कि कांग्रेस में गुंडों का सृजन हो रहा है। हाल की बैठकों में हिंसा की स्थिति बन रही है, जिसका प्रभाव संबंधित क्षेत्रों पर भी पड़ रहा है। इसलिए मेरी सलाह है कि कांग्रेस को अपनी बैठकें कार्यालय में करनी चाहिए।
पिछले दिन हरदा में आयोजित कार्यक्रम में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने इशारों-इशारों में बड़े नेताओं पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस पार्टी में नेता बड़े हो गए तो पार्टी हारने लगी।