क्या कांग्रेस पर जनता का भरोसा नहीं है? : कैलाश विजयवर्गीय

सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस ने जनता का विश्वास खो दिया है।
- कैलाश विजयवर्गीय ने वादों को असत्य बताया।
- बिहार चुनाव से पहले कांग्रेस की कार्यप्रणाली पर सवाल।
- महिलाओं को सेनेटरी पैड बांटने का मामला।
- जीतू पटवारी के बयान पर विवाद।
इंदौर 5 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा है कि कांग्रेस अब जनता के बीच से विश्वास खो चुकी है, जिसे पुनः प्राप्त करना संभव नहीं है। राज्य सरकार के नगरीय प्रशासन मंत्री विजयवर्गीय ने संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कांग्रेस और उनके नेताओं की कार्यप्रणाली पर प्रश्न उठाए।
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले, कांग्रेस द्वारा किए जा रहे वादों पर उन्होंने व्यंग्य किया और कहा कि यह ऐसा राजनीतिक दल है जो अपने वादे कभी भी पूरे नहीं करता है। महाराष्ट्र में हिंदी भाषियों के साथ हुई हिंसा पर विजयवर्गीय ने कहा कि हम एक भारत की बातें करते हैं, भारतीय जनता पार्टी सभी भाषाओं का सम्मान करती है। अनेकता में एकता हमारे देश की विशेषता है। ऐसे कृत्य संकीर्ण राजनीति का परिणाम हैं, जिनका समाज पर नकारात्मक असर पड़ेगा।
बिहार में कांग्रेस द्वारा महिलाओं को सेनेटरी पैड बांटने के मामले में उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपना विश्वास खो दिया है। घोषणा करना आसान है, लेकिन उसका क्रियान्वयन आवश्यक है। कांग्रेस की बातों पर आम जनता भरोसा नहीं कर सकती क्योंकि उनके द्वारा किए गए वादे कभी पूरे नहीं हुए।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी द्वारा अधिकारियों को धमकाने वाले बयान पर विजयवर्गीय ने कहा कि कुछ नेता गंभीर होते हैं, जबकि कुछ हल्के-फुल्के। गंभीर नेता को प्रशासन गंभीरता से लेता है, जबकि हल्के नेताओं के बयानों का कोई असर नहीं होता।
वास्तव में, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने हाल ही में अधिकारियों के बारे में एक बयान दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि कांग्रेस ऐसे अधिकारियों की एक सूची बना रही है जो कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित करते हैं। अगले चुनाव के बाद कांग्रेस का सत्ता में आना तय है। ऐसे अधिकारियों को कांग्रेस बख्शेगी नहीं। पटवारी के इस बयान पर भाजपा के कई नेताओं ने आपत्ति जताई है।