क्या 'आई लव मोहम्मद' अभियान भारत को बांटने की साजिश है?: किरेन रिजिजू

Click to start listening
क्या 'आई लव मोहम्मद' अभियान भारत को बांटने की साजिश है?: किरेन रिजिजू

सारांश

केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने 'आई लव मोहम्मद' अभियान पर गंभीर टिप्पणी की है, जिसमें उन्होंने कहा कि ऐसे अभियान देश में विभाजन और अराजकता फैलाने का प्रयास कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि भारत में सभी को समान अधिकार प्राप्त हैं और सरकार सभी समुदायों के कल्याण के लिए कार्यरत है।

Key Takeaways

  • भारत एकजुट राष्ट्र है।
  • सभी समुदायों को समान अधिकार प्राप्त हैं।
  • सरकार भाईचारे को बढ़ावा देती है।
  • 'आई लव मोहम्मद' जैसे अभियान विभाजन फैला सकते हैं।
  • जनता को सजग रहने की आवश्यकता है।

नई दिल्ली, 6 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय संसदीय कार्य और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने 'आई लव मोहम्मद' अभियान पर एक महत्वपूर्ण टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि ऐसे अभियानों का उद्देश्य देश में विभाजन और अराजकता फैलाना हो सकता है। किरेन रिजिजू ने स्पष्ट किया कि भारत एकजुट राष्ट्र है और मोदी सरकार के नेतृत्व में सभी समुदायों के बीच समानता और भाईचारे को बढ़ावा दिया जा रहा है।

उन्होंने राष्ट्र प्रेस से कहा, "मैं अल्पसंख्यक मामलों का मंत्री हूं। हमारे देश में अल्पसंख्यक हो या बहुसंख्यक, सभी को संविधान के तहत समान अधिकार प्राप्त हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 'सबका साथ, सबका विकास' के सिद्धांत पर कार्य कर रहे हैं। मैं हर समुदाय से मिलता हूं, उनकी समस्याएं सुनता हूं और उनके समाधान के लिए प्रयास करता हूं। 'आई लव मोहम्मद' जैसे अभियानों का उद्देश्य समाज में तनाव पैदा करना हो सकता है।"

उन्होंने आगे कहा, "कुछ लोग पर्दे के पीछे से ऐसी साजिश रच रहे हैं, लेकिन भारत सरकार धर्म या जाति के आधार पर कोई भेदभाव नहीं करती। हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, सभी समुदाय यहां सुरक्षित हैं। हमें गर्व है कि हम भारत के नागरिक हैं।"

उन्होंने विपक्ष के नेता राहुल गांधी के विदेशों में दिए गए बयानों पर भी तीखी प्रतिक्रिया दी। किरेन रिजिजू ने कहा, "जब राहुल गांधी विदेशों में जाकर भारतीय लोकतंत्र और भारत की व्यवस्था के खिलाफ बोलते हैं, तो यह चिंता का विषय है। वह लोकसभा में विपक्ष के नेता हैं। उनके बयान कि भारत वैश्विक नेतृत्व करने में सक्षम नहीं है, दुनिया में गलत संदेश देते हैं। यह धारणा बनती है कि भारत में राहुल गांधी जैसे लोग हैं, जबकि सच्चाई यह है कि उनके जैसे विचार रखने वाले लोग देश में बहुत कम हैं। उनके बयान आपत्तिजनक हैं और उन्हें सोच-समझकर बोलना चाहिए।"

किरेन रिजिजू ने जोर देकर कहा कि जो लोग देश के खिलाफ बोलेंगे, उन्हें जनता कभी माफ नहीं करेगी।

उन्होंने कहा कि भारत एक मजबूत और एकजुट राष्ट्र है, जहां सभी धर्मों और समुदायों के लोग मिलकर प्रगति कर रहे हैं। सरकार का लक्ष्य सभी नागरिकों के कल्याण के लिए काम करना है और किसी भी तरह की साजिश को सफल नहीं होने दिया जाएगा। भारत की एकता और अखंडता को बनाए रखना सरकार की प्राथमिकता है। मैं देश के नागरिकों से अपील करता हूं कि वे ऐसी किसी भी गतिविधि का हिस्सा न बनें, जो देश में अशांति फैलाने का प्रयास करें।

Point of View

यह स्पष्ट है कि भारत की एकता और अखंडता को बनाए रखना अत्यंत आवश्यक है। सभी समुदायों के बीच समानता और भाईचारे को बढ़ावा देना, हमारे देश की ताकत है। हमें ऐसे अभियानों के प्रति सतर्क रहना होगा जो समाज में विभाजन का कारण बन सकते हैं।
NationPress
06/10/2025

Frequently Asked Questions

क्या 'आई लव मोहम्मद' अभियान असली है?
हाँ, यह अभियान हाल ही में चर्चा में आया है और इसे लेकर कई प्रतिक्रियाएँ दी गई हैं।
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने इस पर क्या कहा?
उन्होंने इसे देश में विभाजन और अराजकता फैलाने की साजिश बताया है।
क्या भारत में सभी समुदायों के लिए समान अधिकार हैं?
जी हाँ, सभी नागरिकों को संविधान के तहत समान अधिकार प्राप्त हैं।
क्या सरकार किसी समुदाय के खिलाफ भेदभाव करती है?
नहीं, भारत सरकार धर्म या जाति के आधार पर भेदभाव नहीं करती।
क्या राहुल गांधी के बयानों पर प्रतिक्रिया दी गई है?
हाँ, किरेन रिजिजू ने राहुल गांधी के विदेश में दिए गए बयानों की आलोचना की है।