क्या जम्मू-कश्मीर के हालात बेहतर होने पर सरकार पूर्ण राज्य का दर्जा देने पर विचार करेगी? : आरपी सिंह

सारांश
Key Takeaways
- जम्मू-कश्मीर के हालात में सुधार की आवश्यकता है।
- सरकार पूर्ण राज्य का दर्जा देने पर विचार कर सकती है।
- धर्मांतरण के मामले गंभीर हैं।
- मतदाता सत्यापन महत्वपूर्ण है।
- ऑपरेशन ब्लू स्टार के पीछे की योजनाएँ खुलकर सामने आ रही हैं।
नई दिल्ली, 16 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भेजकर केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की अपील की है। इस पर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता आरपी सिंह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के हालात में सुधार होने पर सरकार इस पर विचार करेगी।
आरपी सिंह ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि यदि जम्मू-कश्मीर के हालात में सुधार होता है, तो सरकार पूर्ण राज्य का दर्जा देने के लिए प्रतिबद्ध है। सही समय पर इस पर गंभीरता से विचार किया जाएगा।
छांगुर बाबा मामले पर आरपी सिंह ने बताया कि धर्मांतरण एक गंभीर विषय है, जिसमें लड़कियों का धर्म परिवर्तन कराया जा रहा था। देश की बेटियों को पैसे का लालच देकर धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया जा रहा था। छांगुर बाबा ने विभिन्न जातियों और धर्मों की बेटियों के धर्म परिवर्तन के लिए अलग-अलग मूल्य निर्धारित किए थे। मुझे आशा है कि पूरी जांच के बाद कठोर कार्रवाई की जाएगी।
बिहार में एसआईआर मामले पर उन्होंने कहा कि यह नागरिक सत्यापन का मामला नहीं है, यह मतदाताओं की गहन जांच का विषय है। संविधान में लिखा गया है कि मतदाता को देश का नागरिक होना चाहिए और उसकी उम्र 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए। इसी आधार पर चुनाव आयोग काम कर रहा है।
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के ऑपरेशन ब्लू स्टार के बयान पर उन्होंने कहा कि इसकी जानकारी लोगों को पहले से थी, लेकिन आधिकारिक पत्र ने इसे और स्पष्ट कर दिया है। इस पत्र से यह पता चलता है कि ऑपरेशन ब्लू स्टार पहले से सोचा-समझा और योजनाबद्ध था। इंदिरा गांधी के मन में यह था कि उन्होंने बांग्लादेश के दो टुकड़े किए और राष्ट्रवाद के नाम पर चुनाव जीते। इसी तरह, 1984 में उनकी सोच थी कि जनता को यह संदेश दूं कि मैंने देश के दो टुकड़े होने से बचा लिया और सिखों को देशद्रोही बता दिया। यह बात अब खुलकर सामने आ रही है।
गौरतलब है कि निशिकांत दुबे ने आरोप लगाया है कि इंदिरा गांधी ने 1984 में ब्रिटेन के सहयोग से स्वर्ण मंदिर पर हमला किया। उन्होंने दस्तावेज साझा कर ऑपरेशन ब्लू स्टार में ब्रिटिश सेना की मौजूदगी का दावा किया है।