क्या 'जंगलराज' वालों का घोषणा पत्र सच में झूठ और छल से भरा है? प्रधानमंत्री मोदी का बयान
सारांश
Key Takeaways
- जंगलराज वालों का घोषणापत्र झूठ और छल से भरा है।
- एनडीए ने बिहार के विकास के लिए संकल्प पत्र जारी किया है।
- बिहार में एक करोड़ रोजगार देने का वादा किया गया है।
- छोटे किसानों के लिए पीएम किसान सम्मान निधि बढ़ाई जाएगी।
- 'बिहार दुग्ध मिशन' से पशुपालकों की आय बढ़ेगी।
आरा, 2 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को बिहार के आरा में आयोजित जनसभा में महागठबंधन पर कठोर प्रहार किया। उन्होंने कहा कि 'जंगलराज' वालों का घोषणापत्र झूठ, छल और जनता को गुमराह करने की कोशिशों से भरा हुआ है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आपके क्षेत्र में 6 नवंबर को मतदान होने वाला है। अब ज्यादा दिन नहीं बचे हैं। एनडीए ने एक विकसित बिहार के लिए एक ईमानदार और दूरदर्शी घोषणापत्र प्रस्तुत किया है। हर वादा, हर योजना बिहार के तेज विकास के लिए समर्पित है।
जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, "एनडीए के संकल्प पत्र में बच्चों की शिक्षा, परिवार के स्वास्थ्य, युवाओं के लिए रोजगार और किसानों के लिए सिंचाई पर विशेष ध्यान दिया गया है। इसके अलावा, महिलाओं और बेटियों के सशक्तिकरण के लिए कई मजबूत प्रावधान किए गए हैं।"
विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, "एक तरफ एनडीए का ईमानदार घोषणापत्र है और दूसरी तरफ जंगलराज वाले हैं। उन्होंने अपने घोषणापत्र को झूठ, छल और जनता को गुमराह करने की कोशिशों से भरा दस्तावेज बना दिया है। जंगलराज वाले न भूलें, जनता समझदार है। ये जनता है और ये सब जानती है।"
एनडीए के 'संकल्प पत्र' में किए गए वादों को दोहराते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "हमारा संकल्प है कि बिहार का युवा बिहार में ही काम करेगा और बिहार का नाम करेगा। इसके लिए हमने आने वाले वर्षों में एक करोड़ रोजगार देने का ऐलान किया है और ये कैसे होगा, इसका प्लान भी जनता जनार्दन के सामने रख दिया गया है।"
पीएम मोदी ने कहा कि आज दुनिया में 'मेड इन इंडिया' के लिए बहुत उत्साह है। हमारा लक्ष्य है कि बिहार भी 'मेक इन इंडिया' का केंद्र बने। इसके लिए हम हजारों लघु और कुटीर उद्योगों का नेटवर्क और मजबूत करेंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि हमारी सरकार छोटे किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि के तहत सालाना 6,000 रुपए देती है। अब बिहार की नई एनडीए सरकार इसमें 3,000 रुपए और बढ़ाएगी। बिहार में पशुपालकों की आय बढ़ाने के लिए 'बिहार दुग्ध मिशन' की भी घोषणा की गई है।