क्या कर्नाटक में हुई वोट चोरी पर सरकार बर्खास्त होगी? राहुल के आरोपों पर चिराग का जवाब

सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी ने कर्नाटक में वोट चोरी का आरोप लगाया है।
- चिराग पासवान ने कहा कि सरकार को बर्खास्त किया जाना चाहिए।
- बोटर लिस्ट में धांधली की बात कही गई है।
- एसआईआर प्रक्रिया से गड़बड़ियाँ सुधारी जा सकती हैं।
- चिराग ने राहुल की राजनीति को गलत बताया।
पटना, 8 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के 'बोट चोरी' के आरोपों पर महत्वपूर्ण टिप्पणी की है। चिराग पासवान ने कहा कि राहुल गांधी ने कर्नाटक में 'बोट चोरी' के सबूत प्रस्तुत किए हैं, जहां उनकी पार्टी की सरकार है। अगर उनकी बातें सही हैं, तो कर्नाटक सरकार को बर्खास्त कर वहां राष्ट्रपति शासन लागू किया जाना चाहिए।
चिराग पासवान ने शुक्रवार को पटना में पत्रकारों के सवालों का उत्तर देते हुए कहा, "राहुल गांधी बेंगलुरु में बोट चोरी की बातें कर रहे हैं, लेकिन वे यह भूल गए हैं कि कर्नाटक में उनकी अपनी सरकार है। अगर वे ये आरोप लगा रहे हैं, तो फिर कर्नाटक में सरकार को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लागू करना चाहिए।"
उन्होंने आगे कहा, "राहुल गांधी ने बोट चोरी और बोटर लिस्ट में धांधली का जिक्र किया। उन्होंने कई दस्तावेज भी पेश किए, जिसमें धांधली के कारणों का उल्लेख किया गया, जैसे कि एक मतदाता का नाम चार जगह है, किसी के पिता का नाम नहीं है, तो किसी का पता सही नहीं है। लेकिन इन गड़बड़ियों को एसआईआर प्रक्रिया से ही सुधारा जा सकता है, जो बिहार में चल रही है।"
चिराग पासवान ने यह भी कहा कि अगर एसआईआर प्रक्रिया का मामला कर्नाटक में पहुंचता है, तो वहीं कांग्रेस विरोध करेगी।
चिराग ने कहा कि राहुल गांधी बेहद गलत राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने यह सवाल उठाया कि महाराष्ट्र के साथ झारखंड में भी चुनाव हुए थे, लेकिन झारखंड के चुनाव में वे जीत गए थे, तो क्या झारखंड के चुनाव सही थे?
बिहार के सीतामढ़ी स्थित पुनौरा धाम में मां जानकी मंदिर के शिलान्यास पर चिराग पासवान ने कहा, "यह बिहार के लोगों का लंबे समय से सपना रहा है। व्यक्तिगत रूप से, मैंने हमेशा 'बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट' के माध्यम से अपनी इच्छा व्यक्त की है और वादा किया है कि जिस तरह अयोध्या में एक भव्य राम मंदिर का निर्माण हुआ है, उसी तरह मेरी मां सीता को समर्पित एक भव्य मंदिर यहां बनाया जाना चाहिए। यह अधिकांश बिहारियों की इच्छा रही है। आज, मुझे खुशी है कि यह यात्रा शुरू हो रही है।"