क्या एनडीए बिहार में 200 सीटें जीतकर बनाएगा मजबूत सरकार? - सुशील सिंह

सारांश
Key Takeaways
- एनडीए का लक्ष्य 200 सीटें जीतना है।
- महागठबंधन की स्थिति कमजोर है।
- सीट बंटवारे को लेकर सामान्य चर्चा हो रही है।
- बिहार की जनता ने पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार पर भरोसा रखा है।
- चुनाव 14 नवंबर को होंगे।
नई दिल्ली, 9 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव के लिए राजनीतिक दलों ने सरकार बनाने का दावा ठोकना शुरू कर दिया है। चुनाव की घोषणा के उपरांत एनडीए और महागठबंधन के बीच सीट बंटवारे के लिए हलचल जारी है। इस बीच, भाजपा नेता सुशील सिंह ने यह दावा किया है कि एनडीए इस बार बिहार में 200 सीटें जीतकर एक मजबूत सरकार बनाएगा।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए सुशील सिंह ने कहा, "बिहार की जनता का भरोसा एनडीए के साथ है। हम पिछली बार की तुलना में अधिक सीटें जीतने का लक्ष्य रख रहे हैं और 200 सीटों के साथ मजबूत सरकार का गठन करेंगे।"
सीट बंटवारे को लेकर केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी की नाराजगी पर सुशील सिंह ने कहा, "कोई नाराजगी नहीं है, यह सामान्य बात है। हर पार्टी चाहती है कि उसे अधिक सीटें मिलें। इसमें कुछ भी असामान्य नहीं है। राजनीतिक दल चुनाव में अधिक सीट की मांग करते हैं, जिससे वे अपने ज्यादा से ज्यादा कार्यकर्ताओं को चुनाव लड़ा सकें।"
उन्होंने कहा कि एक-दो दिन में सीट बंटवारे की स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। नामांकन से पहले सभी चीजें समय पर पूरी हो जाएंगी।"
राजद नेता तेजस्वी यादव के बयानों पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि उनके बयानों का कोई महत्व नहीं है। जनता उन्हें गंभीरता से नहीं लेती।
विधानसभा चुनाव को लेकर प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी की पहली लिस्ट पर सुशील सिंह ने कहा कि उनकी सूची जारी होने पर स्पष्ट हो जाएगा कि वे तेजस्वी यादव और महागठबंधन की मदद करना चाहते हैं या नहीं। बिहार की जनता जागरूक है और सब समझ रही है।
उन्होंने फिर से कहा कि बिहार में एनडीए की टक्कर में महागठबंधन बहुत दूर है। बिहार की जनता का भरोसा पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार के विकास पर है। 14 नवंबर