क्या राहुल गांधी का मछली पकड़ने का वीडियो विपक्ष को चुनौती देगा?
                                सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी का वीडियो राजनीतिक चर्चाओं का केंद्र बन गया है।
 - बीएसपी ने राहुल के कार्यों पर सवाल उठाए हैं।
 - जनता की वास्तविकता और मुद्दे महत्वपूर्ण हैं।
 - बिहार के चुनाव में बीएसपी बदलाव की उम्मीद कर रही है।
 - महागठबंधन और एनडीए का भविष्य अनिश्चित है।
 
बक्सर, ४ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी इन दिनों बिहार के बेगूसराय में मल्लाह समाज के साथ तालाब में डूबकी लगाने और मछली पकड़ने का वीडियो सामने आने के बाद चर्चा का विषय बने हुए हैं। इसके चलते भाजपा सहित अन्य विपक्षी दलों ने राहुल गांधी पर जोरदार जुबानी हमले करने का कोई अवसर नहीं छोड़ा।
बीएसपी नेता अनिल कुमार ने कहा कि राहुल गांधी का मछली पकड़ना जनता के लिए मायने नहीं रखता, जनता उन्हें वोट नहीं देगी। बक्सर में मीडिया से बातचीत के दौरान अनिल कुमार ने कहा कि चाहे राहुल गांधी मछुआरों के साथ हों या अस्पतालों का दौरा कर रहे हों, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता।
उन्होंने कहा कि असली फर्क उस समय पड़ता है जब वे सत्ता में थे और उन्होंने बिहार की जनता के लिए क्या किया। अनिल कुमार ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव के बीच राहुल गांधी पिछड़े समुदायों के कल्याण की बात कर रहे हैं, लेकिन जब वे सत्ता में थे, तब उन्होंने कितने पिछड़े परिवारों का दुख दूर किया?
बीएसपी नेता ने यह भी आरोप लगाया कि राहुल गांधी सिर्फ वोट के लिए आंसू पोछते हैं। बिहार विधानसभा चुनाव पर अनिल कुमार ने दावा किया कि इस बार जनता बीएसपी को वोट देकर बदलाव लाएगी।
उन्होंने कहा कि महागठबंधन एक स्वार्थी गठबंधन है, जिसकी सच्चाई जनता के सामने है। जनता ऐसे ठगबंधन को अवसर नहीं देगी। उन्होंने कहा कि जनता एनडीए को भी वोट नहीं देगी। इस बार एनडीए और महागठबंधन सत्ता से दूर रहेंगे। जनता हर वोट का हिसाब लेगी, बीएसपी को जिताएगी और इन गठबंधनों को बिहार से उखाड़ फेंकेगी।
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए मतदान दो चरणों में होगा और १४ नवंबर को परिणाम घोषित किए जाएंगे।