क्या राहुल गांधी ने देश और सेना का मनोबल गिराया? : संजय कुमार झा

सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी के बयानों से देश और सेना का मनोबल गिरता है।
- ऑपरेशन सिंदूर ने भारतीय वायुसेना की ताकत को प्रदर्शित किया।
- संसद का मानसून सत्र जल्द ही शुरू होगा।
- भारतीय सांसदों का प्रतिनिधिमंडल पाकिस्तान में आतंकवादी गतिविधियों के बारे में जानकारी दे चुका है।
- संजय कुमार झा का मानना है कि महत्वपूर्ण जनहित मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए।
नई दिल्ली, 20 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। जदयू सांसद संजय कुमार झा ने रविवार को लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर तीखा हमला किया। उन्होंने राहुल गांधी से सवाल किया कि क्या वे भारत के हित में बोलते हैं या इसके खिलाफ?
संजय कुमार झा ने राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए कहा, "राहुल गांधी से यह पूछा जाना चाहिए कि क्या उनका लक्ष्य भारत के हितों की रक्षा करना है या वे भारत के खिलाफ हैं। जब भी उन्होंने कोई बयान दिया है, उससे देश और सेना का मनोबल गिरा है। विपक्ष के नेता भी प्रतिनिधिमंडल में शामिल थे और उन्होंने अपना पक्ष रखा। भारतीय सेना ने प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर अपनी बात रखी। मुझे ऐसा लगता है कि पीएम मोदी का विरोध करते-करते वे देश का विरोध करने लगते हैं। उन्हें यह नहीं पता कि मोदी का विरोध कैसे करना है और क्या कहना है। मुझे लगता है कि उनके बयानों को बार-बार खारिज किया गया है और यह देश के चुनावों में भी स्पष्ट दिखाई दिया है।
उन्होंने आगे कहा, "ऑपरेशन सिंदूर के दौरान जिस तरह से भारतीय वायुसेना ने कार्य किया, उसने पूरी दुनिया को इंडियन एयरफोर्स की ताकत का एहसास कराया और पाकिस्तान को घुटने के बल लाने का काम किया। पीएम मोदी ने आदमपुर एयरबेस पर जाकर एस-400 के सामने भाषण दिया। एक नैरेटिव तैयार करने की कोशिश की गई और राहुल गांधी भी नकारात्मक नैरेटिव को संचालित करने का प्रयास करते हैं। देश जानता है कि पीएम मोदी ने बिहार में जाकर ऑपरेशन सिंदूर के बारे में बताया था। यदि भारत पर कोई आतंकी हमला होता है, तो इसे एक्ट ऑफ वॉर माना जाएगा।
संसद के मानसून सत्र को लेकर जदयू सांसद संजय कुमार झा ने कहा, "सदन के नेताओं की बैठक हो रही है, सत्र जल्द ही शुरू होगा और यह एक महीने तक चलेगा। मेरा मानना है कि महत्वपूर्ण जनहित के मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए। ऑपरेशन सिंदूर के बारे में सभी जानते हैं कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान में स्थित 9 आतंकवादी ठिकानों को नष्ट किया। इसके बाद पाकिस्तान के अनुरोध पर युद्धविराम पर सहमति बनी। इसके अतिरिक्त, भारतीय सांसदों का प्रतिनिधिमंडल दुनियाभर में भेजा गया और हमने वहां पाकिस्तान में चल रही आतंकवादी गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। यदि सत्र के दौरान इस पर चर्चा होती है, तो यह एक सकारात्मक कदम होगा।