क्या राजद कभी चुनाव का बहिष्कार कर सकती है? : नीरज कुमार

सारांश
Key Takeaways
- राजद चुनावों का बहिष्कार नहीं कर सकती है।
- नीरज कुमार ने तेजस्वी पर पलटवार किया।
- एसआईआर प्रक्रिया का उद्देश्य मतदाता सूची में सुधार करना है।
- राजद ने चुनावी चंदा प्राप्त किया है।
- भारत में लोकतंत्र की स्थिति पर चर्चा।
पटना, 14 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एसआईआर प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के एमएलसी दिनेश सिंह के पास दो मतदाता पहचान पत्र होने का दावा किया। उन्होंने इसे ‘वोट घोटाला’ करार देते हुए सरकार और चुनाव आयोग पर मिलीभगत का आरोप लगाया। इसके जवाब में जदयू नेता नीरज कुमार ने पलटवार करते हुए तेजस्वी पर निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि एसआईआर का उद्देश्य मतदाता सूची में ऐसी गड़बड़ियों, जैसे दोहरे वोटर कार्ड, को ठीक करना है।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत में उन्होंने तेजस्वी के दावों को खारिज करते हुए उनके उपनाम ‘तरुण यादव’ के जरिए संपत्ति और दोहरे वोटर कार्ड के मामले को उठाया। साथ ही उनके चुनावी हलफनामे में उम्र और अन्य विवरणों में विसंगतियों पर भी सवाल खड़े किए।
तेजस्वी के चुनाव बहिष्कार वाले बयान पर नीरज कुमार ने कहा कि राजद ने 2024 के लोकसभा चुनाव में शराब कंपनियों से 46 करोड़ 64 लाख रुपए का चंदा लिया। राजद के लिए तो चुनाव लाभ पाने का एक जरिया है। ऐसे में वह कभी भी चुनाव के बहिष्कार की बात नहीं सोच सकते हैं।
छत्तीसगढ़ राज्य वक्फ बोर्ड ने स्वतंत्रता दिवस को लेकर सभी मस्जिदों, मदरसों और दरगाहों में राष्ट्रीय ध्वज फहराने का निर्देश जारी किया है। इस पर जदयू प्रवक्ता ने कहा कि लोग हर जगह तिरंगा फहराते हैं, और इसे धर्म से जोड़कर नहीं देखना चाहिए और न ही भेदभाव करना चाहिए। उन्होंने बिहार का उदाहरण दिया, जहां दलित समुदाय के एक बुजुर्ग को 15 अगस्त पर झंडा फहराने का सम्मान दिया जाएगा, और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित बड़े अधिकारी मौजूद रहेंगे।
दूसरी तरफ, जदयू नेता ने कहा कि राहुल गांधी लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष हैं। उन्हें संबंधित मानकों के आधार पर सुरक्षा मिली है। मुझे लगता है कि उन्हें सिर्फ मीडिया में बने रहने के लिए बयान नहीं देना चाहिए।
जदयू नेता ने राजद सांसद मनोज झा के बयान पर कहा कि वह एसआईआर मुद्दे को बांग्लादेश से जोड़ रहे हैं। बांग्लादेश और पाकिस्तान में लोकतंत्र का गला घोंटा गया है। नेपाल में भी लोकतंत्र को दबाया गया। क्या बांग्लादेश कभी भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों की बराबरी कर पाएगा?
उन्होंने कहा कि भारत वह खूबसूरत बगीचा है, जहां हर धर्म और हर जाति के फूल खिलते हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और स्वतंत्रता सेनानियों के नेतृत्व में देश को आजादी मिली। तिरंगा हमारे सम्मान और स्वाभिमान का प्रतीक है। तिरंगा हर जगह दिखाई देता है और हर भारतीय के दिलों में बसता है।