क्या सायंतिका बनर्जी ने एसआईआर पर कहा, 'वैध मतदाता का नाम हटाना होगा घेराव का कारण?'

सारांश
Key Takeaways
- तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा पर मतदाता सूची में हेरफेर का आरोप लगाया।
- अगर वैध मतदाता का नाम हटाया गया, तो घेराव की चेतावनी दी गई।
- बंगाली भाषा विवाद पर भाजपा की आलोचना।
- नेताओं के घरों का घेराव किया जा सकता है।
- 2026 के चुनाव में तृणमूल कांग्रेस को बहुमत देने की अपील।
बीरभूम, 12 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। तृणमूल कांग्रेस की विधायक और प्रसिद्ध अभिनेत्री सायंतिका बनर्जी ने एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर कटाक्ष किया है। रविवार को पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के रामपुरहाट में आयोजित विजय सम्मेलन में उन्होंने भाजपा को खुली चुनौती दी।
सायंतिका बनर्जी ने कहा कि यदि किसी क्षेत्र में कोई वैध मतदाता का नाम एसआईआर के बाद हटाया गया, तो तृणमूल कार्यकर्ता वहां के भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं के घरों का घेराव करेंगे।
उन्होंने भाजपा पर मतदाता सूची में हेरफेर का आरोप लगाया और कहा कि यह सब विपक्षी दलों के समर्थकों को मतदान से वंचित करने के लिए किया जा रहा है। सायंतिका ने दरख्वास्त की कि यदि किसी भी इलाके में ऐसा हुआ है, तो तृणमूल कार्यकर्ता चुप्पी न साधें, बल्कि भाजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं के घरों को घेर लें।
सायंतिका बनर्जी ने जोर दिया कि पश्चिम बंगाल में भाजपा अपनी मर्जी नहीं चला सकेगी। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और तृणमूल कांग्रेस भाजपा के नापाक इरादों को सफल नहीं होने देंगी।
उन्होंने बंगाली भाषा विवाद का उल्लेख करते हुए भाजपा पर आरोप लगाया कि वे बंगाली बोलने वालों को विदेशी करार देते हैं। आगे उन्होंने कहा कि आगामी 2026 के चुनाव में जनता इसका जवाब देगी और तृणमूल कांग्रेस एक बार फिर पूर्ण बहुमत से सरकार बनाएगी।
इसके साथ ही सायंतिका बनर्जी ने आम लोगों से अपील की कि वे आगामी चुनाव में एक बार फिर तृणमूल कांग्रेस को बहुमत दें।
विजय सम्मेलन का आयोजन रामपुरहाट नगर पालिका के मैदान में हुआ था, जिसमें सायंतिका बनर्जी, पश्चिम बंगाल विधानसभा के उपाध्यक्ष और रामपुरहाट के विधायक अशोक बनर्जी, रामपुरहाट के मेयर सुमन भाकत सहित कई स्थानीय तृणमूल नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे।