क्या मध्य प्रदेश में कांग्रेस विधायकों ने ओबीसी आरक्षण पर सरकार को घेरा?

सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस विधायकों ने ओबीसी आरक्षण पर प्रदर्शन किया।
- भाजपा सरकार पर आरोप लगाया गया कि वह गिरगिट की तरह रंग बदल रही है।
- प्रदेश में भ्रष्टाचार और जनहित मुद्दों पर चर्चा की गई।
भोपाल, 28 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश विधानसभा सत्र के पहले दिन से ही कांग्रेस के विधायक एक आक्रामक रुख अपनाए हुए हैं। सदन शुरू होने से पहले, कांग्रेस विधायक हाथ में गिरगिट खिलौना और चित्र लेकर पहुंचे।
उन्होंने राज्य सरकार पर ओबीसी आरक्षण के प्रति विरोधी रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए गांधी प्रतिमा के समक्ष प्रदर्शन किया। मध्य प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के नेतृत्व में कांग्रेस विधायकों ने ओबीसी को 27 फीसदी आरक्षण देने और जातिगत जनगणना में पारदर्शिता पर जोर दिया।
विधायकों ने हाथों में सांकेतिक गिरगिट पकड़ा हुआ था। उनका कहना है कि भाजपा सरकार गिरगिट से ज्यादा रंग बदलने वाली है। यह सरकार ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण देने में अनिच्छुक है और जातीय जनगणना से बच रही है।
इससे पहले विधायक दल की बैठक में भाजपा सरकार की नाकामी और वादाखिलाफी के मुद्दों पर चर्चा की गई। तय किया गया कि आदिवासियों की भूमि बेदखली, भर्ती परीक्षाओं में घोटाले, जातिगत जनगणना की पारदर्शिता, प्रदेश में बढ़ता भ्रष्टाचार, युवाओं के रोजगार, ड्रग्स का कारोबार, किसानों की खाद की कमी और महिला अत्याचार जैसे मुद्दों को सदन में उठाया जाएगा।
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि भाजपा सरकार में भ्रष्टाचार अपने चरम पर है और घोटालों की संख्या बढ़ती जा रही है। लेकिन भाजपा सरकार इन पर कार्रवाई करने के बजाय विपक्ष की आवाज दबाने और जनहित के मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी का हर विधायक पूरी निडरता और मजबूती के साथ जनता की आवाज सदन में उठाएगा।