क्या अयोध्या के विकास में महिला स्वयं सहायता समूह का योगदान महत्वपूर्ण है?
सारांश
Key Takeaways
- महिला स्वयं सहायता समूह अयोध्या के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
- महिलाएं अपने घरों से बाहर आकर आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में अग्रसर हो रही हैं।
- सरकारी योजनाओं का लाभ उठाकर महिलाएं अपनी आजीविका को सुधार रही हैं।
- स्थानीय उत्पादों को पहचान दिलाने में मदद मिल रही है।
- अयोध्या का विकास महिलाओं के सशक्तिकरण से जुड़ा हुआ है।
अयोध्या, 23 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। अयोध्या में ध्वजारोहण समारोह केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं है, बल्कि यह विकास की एक निरंतर यात्रा का प्रतीक है। इस विकास यात्रा में महिला स्वयं सहायता समूह और युवा स्वयंसेवक भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। ध्वजारोहण कार्यक्रम के दौरान, भीड़ को नियंत्रित करने तथा आगंतुकों की सहायता में महिला स्वयं सहायता समूह और युवा स्वयंसेवक सक्रिय रूप से योगदान दे रहे हैं। महिलाएं अब अपने घर की चारदीवारी से बाहर निकलकर अयोध्या के विकास में योगदान दे रही हैं और अपनी आजीविका भी संभाल रही हैं।
अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी श्रीराम मंदिर के शिखर पर भगवा ध्वज फहराएंगे। इस कार्यक्रम में अनेक विशिष्ट अतिथि शामिल होंगे। इनके स्वागत में महिला स्वयं सहायता समूह की सहायता ली जा रही है। ये समूह हस्तशिल्प, हथकरघा, प्रसाद, माला, बैग, गमछा और मूर्तियां जैसे अनेक उत्पादों को बेचकर न केवल धनार्जन कर रहे हैं, बल्कि महिला सशक्तिकरण को भी बढ़ावा दे रहे हैं।
मिल्कीपुर में, डिवहारिन माई महिला स्वयं सहायता समूह की राधा लक्ष्मी ने अपने प्रयासों से न केवल अपने परिवार को आर्थिक रूप से मजबूत किया, बल्कि अयोध्या के विकास में भी योगदान दिया। उन्होंने सरकारी योजनाओं का लाभ उठाकर बीसी सखी के रूप में काम करना शुरू किया, जिससे उनकी मासिक आय ₹40,000 से ₹50,000 के बीच है। जिले में कई महिलाएं राधा लक्ष्मी की तरह अपने परिवार की आजीविका चला रही हैं।
अयोध्या में एचडीएफसी बैंक के पीपुल्स एक्शन फॉर नेशनल इंटीग्रेशन कार्यक्रम ने ग्रामीण समुदायों, विशेषकर महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए समग्र ग्रामीण विकास कार्यक्रम (एचआरडीपी) शुरू किया है। इस कार्यक्रम ने महिलाओं के समूह बनाने और सूक्ष्म उद्यम स्थापित करने में मदद की है। इससे अयोध्या जिले के अमानीगंज ब्लॉक के गरीब परिवारों को सहायता मिली है। सफल व्यवसाय चलाने से इन महिलाओं को अपने परिवारों और समुदायों में निर्णय लेने का आत्मविश्वास मिलता है।
अयोध्या जिले के मसौधा ब्लॉक की ग्राम पंचायत हाजीपुर सिंहपुर में महिलाओं के लिए नए अवसर उत्पन्न हो रहे हैं। अवधपुरी महिला स्वयं सहायता समूह की सदस्य क्रांति दीदी ने सीसीएल से ₹50,000 का ऋण लिया है, जिससे उन्होंने अपनी आजीविका में वृद्धि की है। इस समूह के माध्यम से महिलाओं को रोजगार के अवसर दिए जा रहे हैं।
अयोध्या में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर महिला स्वयं सहायता समूहों ने 'हर घर तिरंगा' अभियान के तहत 2.5 लाख राष्ट्रीय ध्वज बनाए। जिले के 300 स्वयं सहायता समूहों की 1080 महिलाओं ने मिलकर ये तिरंगे तैयार किए। स्वतंत्रता दिवस पर इन ध्वजों को सरकारी भवनों पर फहराया गया। इसके लिए प्रति ध्वज ₹20 का भुगतान महिलाओं को किया गया। इससे न केवल उन्होंने आय अर्जित की बल्कि महिला उत्थान का एक बेहतर उदाहरण प्रस्तुत किया। अयोध्या का विकास और महिला स्वयं सहायता समूह एक-दूसरे के पूरक हैं। अयोध्या के विकास से जहां महिलाओं को रोजगार के अवसर मिल रहे हैं, वहीं वे स्वरोजगार के माध्यम से अयोध्या के विकास में भी योगदान दे रही हैं।