क्या मणिपुर में असम राइफल्स की चौकी पर उग्रवादियों ने हमला किया?
सारांश
Key Takeaways
- मणिपुर में असम राइफल्स की चौकी पर हमला
- चार जवान घायल, एक की हालत गंभीर
- हमलावरों ने ग्रेनेड और भारी गोलीबारी की
- क्षेत्र में सुरक्षा बलों द्वारा सर्च ऑपरेशन चल रहा है
- स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल
इंफाल, 28 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। मणिपुर के तेंगनौपाल जिले के साइबोल क्षेत्र में शुक्रवार को असम राइफल्स की एक अस्थायी चौकी पर अज्ञात हथियारबंद उग्रवादियों ने अचानक से हमला कर दिया। यह चौकी 3 असम राइफल्स की अल्फा कंपनी के जवानों की थी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, हमलावरों ने पहले हैंड ग्रेनेड फेंके और उसके बाद भारी गोलीबारी शुरू कर दी। चौकी में तैनात जवानों ने तत्परता से जवाबी फायरिंग की, जिसके परिणामस्वरूप दोनों तरफ से लगभग 15-20 मिनट तक गोलियां चलती रहीं। इसके बाद हमलावर अंधेरे और घने जंगल का लाभ उठाकर भाग निकले।
सुरक्षा बलों के अनुसार, इस हमले में असम राइफल्स के चार जवान घायल हुए हैं। इनमें से एक जवान को पेट में गोली लगी है और उसकी हालत गंभीर है। सभी घायल जवानों को पहले नजदीकी फील्ड अस्पताल में प्राथमिक उपचार दिया गया, फिर हेलीकॉप्टर के माध्यम से इंफाल के मिलिट्री अस्पताल में भर्ती कराया गया।
हालांकि, अभी तक असम राइफल्स और मणिपुर पुलिस की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। किसी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
हमले के तुरंत बाद पूरे क्षेत्र को सील कर दिया गया। अतिरिक्त असम राइफल्स और मणिपुर पुलिस की टुकड़ियां मौके पर पहुंच गई हैं, और जंगलों में बड़ा सर्च ऑपरेशन चल रहा है। ड्रोन और हेलीकॉप्टर के माध्यम से भी निगरानी की जा रही है।
तेंगनौपाल जिला म्यांमार की सीमा से सटा हुआ है, और पिछले कुछ महीनों से यहां उग्रवादी गतिविधियां बढ़ गई हैं। मई 2023 में शुरू हुई कुकी-मैतेई जातीय हिंसा के बाद यह इलाका अशांत है।
स्थानीय लोगों के अनुसार, सुबह की गोलीबारी और धमाकों की आवाज कई किलोमीटर दूर तक सुनाई दी। इसके परिणामस्वरूप गांवों में दहशत का माहौल बन गया है और लोग घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं।
सेना के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच चुके हैं और स्थिति पर गहन निगरानी की जा रही है।