क्या मथुरा में गुरु पूर्णिमा मेले पर अभेद्य सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं?

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क्या मथुरा में गुरु पूर्णिमा मेले पर अभेद्य सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं?

सारांश

मथुरा के गोवर्धन में चल रहे गुरु पूर्णिमा मेले में दो करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। प्रशासन ने सुरक्षा को लेकर कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। जानिए इस मेले की सुरक्षा व्यवस्था के बारे में।

Key Takeaways

  • गुरु पूर्णिमा मेला 9 से 11 जुलाई तक चल रहा है।
  • सुरक्षा के लिए बहुस्तरीय योजना लागू की गई है।
  • ड्रोन और CCTV के माध्यम से निगरानी की जा रही है।
  • दो करोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है।
  • महर्षि वेद व्यास को समर्पित यह पर्व धार्मिक आस्था का प्रतीक है।

मथुरा, 9 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। मथुरा जिले के गोवर्धन में चल रहे गुरु पूर्णिमा मेला में निरंतर जनसैलाब उमड़ रहा है। जिला प्रशासन के मुताबिक, 11 जुलाई तक चलने वाले इस मेले में दो करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है, जिसे ध्यान में रखते हुए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। गोवर्धन परिक्रमा मार्ग और मेला क्षेत्र में पुलिस और सुरक्षाबलों की पैनी नजर जमीन से लेकर आसमान तक बनी हुई है।

इस मेले को सुरक्षित और व्यवस्थित रूप से संपन्न कराने के लिए प्रशासन ने एक बहुस्तरीय सुरक्षा रणनीति को लागू किया है। बम निरोधक दल, स्थानीय खुफिया इकाई (एलआईयू) और इंटेलिजेंस ब्यूरो की टीमें पूरी तरह सतर्क हैं। संदिग्ध वस्तुओं और गतिविधियों पर नजर रखने के लिए डॉग स्क्वायड की टीमें सक्रिय रूप से तैनात की गई हैं।

स्थानीय खुफिया इकाई की टीमें जमीनी स्तर पर हर गतिविधि पर नजर रख रही हैं, जबकि ड्रोन कैमरों से परिक्रमा मार्ग और मेला क्षेत्र की निगरानी की जा रही है। इसके अलावा, प्रमुख स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे भी स्थापित किए गए हैं, जिनसे चौबीसों घंटे नजर रखी जा रही है।

मथुरा प्रशासन ने गोवर्धन गुरु पूर्णिमा मेला के क्षेत्र को सुरक्षा की दृष्टि से 9 सुपर जोन, 21 जोन और 62 सेक्टरों में विभाजित किया है। हर जोन और सेक्टर की जिम्मेदारी वरिष्ठ अधिकारियों को सौंपी गई है। मेला क्षेत्र में आईएएस, आईपीएस, एडिशनल एसपी और डिप्टी एसपी स्तर के अधिकारी सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी में जुटे हैं। पर्याप्त संख्या में पुलिसकर्मी, पीएसी और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के जवान तैनात किए गए हैं।

गुरु पूर्णिमा का पर्व महर्षि वेद व्यास को समर्पित है। इस दिन लाखों श्रद्धालु गोवर्धन पर्वत की परिक्रमा करते हैं। इस मेले में न केवल मथुरा और आसपास के क्षेत्रों से, बल्कि देश-विदेश से भी बड़ी संख्या में भक्त आते हैं। फिलहाल प्रशासन ने बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के सकुशल आवागमन और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए हैं।

Point of View

बल्कि यह स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूत करता है। प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था श्रद्धालुओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देती है, जो कि एक सकारात्मक कदम है। इस प्रकार के आयोजनों में सुरक्षा एक प्रमुख चिंता का विषय होता है, और मथुरा प्रशासन ने इसे गंभीरता से लिया है।
NationPress
20/07/2025

Frequently Asked Questions

गुरु पूर्णिमा मेला कब शुरू हुआ?
गुरु पूर्णिमा मेला 9 जुलाई से शुरू हुआ और 11 जुलाई तक चलेगा।
इस मेले में कितने श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है?
इस मेले में दो करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना है।
सुरक्षा के क्या इंतजाम किए गए हैं?
सुरक्षा के लिए बहुस्तरीय सुरक्षा रणनीति, बम निरोधक दस्ते, डॉग स्क्वायड, और ड्रोन निगरानी का उपयोग किया गया है।
गुरु पूर्णिमा का पर्व किसके लिए समर्पित है?
गुरु पूर्णिमा का पर्व महर्षि वेद व्यास को समर्पित है।
क्या मेले में अंतरराष्ट्रीय भक्त भी आते हैं?
हां, इस मेले में देश-विदेश से बड़ी संख्या में भक्त आते हैं।