क्या मोदी सरकार की योजनाओं में भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं है? - संजय उपाध्याय

सारांश
Key Takeaways
- मोदी सरकार की योजनाओं में पारदर्शिता है।
- भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं है।
- संजय उपाध्याय ने बिहार चुनाव में भाजपा की सफलता की उम्मीद जताई।
- किसानों और गरीबों का कल्याण प्राथमिकता है।
- राहुल गांधी की आलोचना पर संजय उपाध्याय की टिप्पणी।
मुंबई, 19 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक संजय उपाध्याय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विचारधारा को स्पष्ट और जनहितकारी बताते हुए कहा कि उनकी सरकार का संकल्प जनसामान्य की सुरक्षा, किसानों का कल्याण और गरीबों की सेवा है।
उन्होंने यह भी कहा कि दुनिया की सबसे बड़ी योजनाओं में शामिल मोदी सरकार की योजनाओं पर अब तक भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं लगा है, जो देशवासियों और किसानों के लिए गर्व की बात है।
संजय उपाध्याय ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के उस बयान का उल्लेख किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि केंद्र से भेजा गया एक रुपया नीचे पहुंचते-पहुंचते केवल 15 पैसा रह जाता था। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार में योजनाओं का लाभ सीधे जनता तक पहुंच रहा है, जो पारदर्शिता और सुशासन का प्रतीक है।
आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर संजय उपाध्याय ने कहा कि भले ही हमें बिहार का दायित्व नहीं मिला, लेकिन हम पूरी तरह से आश्वस्त हैं कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व, गृह मंत्री अमित शाह की रणनीति और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के मार्गदर्शन में भाजपा बिहार में फिर से एक मजबूत सरकार बनाएगी। बिहार की जनता पीएम मोदी और नीतीश कुमार के साथ है। राज्य विकास की दिशा में आगे बढ़ रहा है और जनता का विश्वास एनडीए पर बना हुआ है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए संजय उपाध्याय ने कहा कि महात्मा गांधी ने जनसंपर्क के जरिए देश को समझा, जबकि राहुल गांधी अब तक देश और जनता को समझने में नाकाम रहे हैं।
उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर राहुल गांधी के बयानों की आलोचना करते हुए कहा कि आरएसएस को समझने के लिए राष्ट्रभक्ति, स्पष्ट दृष्टि और सकारात्मक सोच की आवश्यकता है, जो उनमें नहीं है।
संजय उपाध्याय ने आरोप लगाया कि जिनके मन में पाकिस्तान और चीन के प्रति झुकाव और सैनिकों के प्रति अनादर है, वे देशहित की बात नहीं कर सकते। आरएसएस देशहित में कार्य कर रहा है, जिसके कारण उसके विचारों का प्रभाव बढ़ रहा है। राहुल गांधी की पीड़ा स्वाभाविक है, क्योंकि वे राजशाही मानसिकता से ग्रस्त हैं।