क्या बिहार के मोकामा हत्याकांड में दोषियों पर होगी कार्रवाई? दिलीप घोष का बयान
सारांश
Key Takeaways
- बिहार में मोकामा हत्याकांड ने सियासी हलचल बढ़ाई है।
- दिलीप घोष ने कहा कि दोषियों को कड़ी सजा मिलेगी।
- ममता बनर्जी पर अपराधों को लेकर गंभीर आरोप लगे हैं।
- बंगाल में अपराधों की बढ़ती संख्या चिंता का विषय है।
- सरकार को कानून-व्यवस्था सुधारने की आवश्यकता है।
खड़गपुर, 3 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के मोकामा विधानसभा क्षेत्र में पूर्व राजद नेता दुलारचंद यादव की हत्या ने सियासी हलचल बढ़ा दी है। भाजपा नेता दिलीप घोष ने कहा कि बिहार में जो कुछ भी घटित हुआ है, वह बिल्कुल गलत है। सरकार इस मामले की गहन जांच करेगी और जो भी दोषी पाए जाएंगे, उन्हें कड़ी सजा दी जाएगी।
दिलीप घोष ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर भी निशाना साधा।
उन्होंने कहा, "बंगाल के हर गाँव और शहर में दिन-प्रतिदिन अपराधकार्रवाई की है। इसे रोकने के लिए कोई ठोस प्रयास नहीं दिख रहा है, क्योंकि उनकी अपनी पार्टी के लोग इसमें शामिल हैं, इसलिए कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।"
उन्होंने कहा कि बंगाल की स्थिति लगातार खराब हो रही है। अधिकांश अपराधों में तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता शामिल रहते हैं। इससे यहाँ के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इनकी समस्याएँ सुनने वाला कोई नहीं है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 4 नवंबर को तृणमूल कांग्रेस सांसद अभिषेक बनर्जी के साथ मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के विरोध में कोलकाता की सड़कों पर उतरेंगी।
इस पर दिलीप घोष ने कहा, "उन्हें एक मुद्दे की जरूरत थी। बंगाल की स्थिति पहले से ही उथल-पुथल में है। लोग परेशान हैं, विरोध और प्रदर्शन जारी हैं और नौकरियाँ चली गई हैं। सभी मुद्दों और बलात्कार की घटनाओं के बीच उन्हें बस सबका ध्यान भटकाने की जरूरत थी, और उन्हें यह मौका एसआईआर की घोषणा से मिल गया।"
उन्होंने बताया कि एसआईआर देश के लिए आवश्यक हो गया है। बंगाल में इसे लागू करने से बाहरी लोग मतदान नहीं कर पाएंगे, जो इनकी समस्या होगी। इसीलिए सरकार इस पर शोर कर रही है। दिलीप घोष ने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी प्रदेश की जनता को लगातार बेवकूफ बनाती रही हैं।