क्या मुंबई में स्वतंत्रता दिवस पर शहीदों के परिवारों को सम्मानित किया गया?

सारांश
Key Takeaways
- 79वां स्वतंत्रता दिवस शहीदों के प्रति कृतज्ञता का प्रतीक है।
- शहीदों के परिवारों को आर्थिक सहायता प्रदान की गई।
- कार्यक्रम में शहीदों की शौर्य गाथाएँ साझा की गईं।
- समाज ने शहीदों के प्रति एकजुटता दिखाई।
- प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व की सराहना की गई।
मुंबई, 15 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। इस बार का 79वां स्वतंत्रता दिवस केवल तिरंगा फहराने का अवसर नहीं रहा, बल्कि यह शहीदों के प्रति कृतज्ञता और सम्मान का प्रतीक बन गया। मुंबई के बांद्रा में आयोजित एक कार्यक्रम में देश की एकता और आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर सपूतों के परिजनों को सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ सहित विभिन्न अभियानों में शहीद हुए जवानों के पांच परिवारों को एक-एक लाख रुपए की आर्थिक सहायता का चेक प्रदान किया गया। साथ ही शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके बलिदान को देश की एकता और अखंडता का आधार बताया गया। कार्यक्रम में उपस्थित सभी व्यक्तियों ने शहीदों के परिवारों के प्रति एकजुटता प्रकट की और अपनी संवेदनाएँ व्यक्त की।
‘भारत माता की जय’ के नारों और देशभक्ति गीतों से सजा यह आयोजन उपस्थित लोगों के लिए गर्व और भावनाओं का संगम बन गया। कार्यक्रम की शुरुआत में जैसे ही ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का जिक्र हुआ, हॉल में मौजूद हर व्यक्ति का सीना गर्व से चौड़ा हो गया।
इस ऑपरेशन में शहीद हुए अग्निवीर मुरली श्रीराम नाइक की माता ज्योतीबाई नाइक सहित पांच शहीद परिवारों को विशेष रूप से सम्मानित किया गया। अन्य सम्मानित परिवारों में बांग्लादेश युद्ध में शहीद लांस नायक शांताराम मोरे की पत्नी उज्वला मोरे, पठानकोट हमले में शहीद हवलदार सूर्यकांत तेलंगे की पत्नी मनीषा तेलंगे, कुपवाड़ा में ऑपरेशन रक्षक के दौरान शहीद कैप्टन विष्णु गोरे की माता अनुराधा गोरे और पुलवामा हमले में शहीद मेजर यशिन रमेश आचार्य की माता ग्रेस रमेश आचार्य शामिल थीं।
कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने शहीदों की शौर्य गाथाओं को सुनकर भावुकता व्यक्त की। कई परिजनों की आंखों में आंसू थे। शहीदों के बलिदान और उनके पराक्रम की कहानियों का जिक्र किया गया, जिसने सभी के दिलों को छू लिया। उपस्थित लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आतंकवाद के खिलाफ नीति, उनके साहसिक नेतृत्व और भारतीय सेना के अदम्य शौर्य की खुलकर सराहना की।