क्या नानचिंग नरसंहार के पीड़ितों की स्मृति में राष्ट्रीय स्मारक समारोह आयोजित किया गया?
सारांश
Key Takeaways
- नानचिंग नरसंहार के पीड़ितों की स्मृति को मान्यता दी गई।
- समारोह में लगभग 8,000 प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
- चीनी जनता की शांति और विकास के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाया गया।
- शी थाइफेंग ने बलिदानों की सराहना की।
- राष्ट्रीय स्मृति दिवस की स्थापना की गई थी।
बीजिंग, १३ दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) की केंद्रीय समिति और चीनी राज्य परिषद ने १३ दिसंबर की सुबह चीन के च्यांगसू प्रांत की राजधानी नानचिंग में २०२५ नानचिंग नरसंहार के पीड़ितों की स्मृति में एक राष्ट्रीय स्मारक समारोह का आयोजन किया। इसमें सीपीसी केंद्रीय समिति के राजनीतिक ब्यूरो के सदस्य और संगठन विभाग के निदेशक शी थाइफेंग ने भाग लिया और भाषण दिया।
यह स्मारक समारोह जापानी आक्रमणकारियों द्वारा किए गए नानचिंग नरसंहार के पीड़ितों के स्मारक हॉल के असेंबली स्क्वायर पर आयोजित किया गया। वातावरण गंभीर और सम्मानजनक था, राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका हुआ था। समाज के विभिन्न क्षेत्रों से लगभग ८,००० प्रतिनिधि सफेद फूल अपने सीने पर बांधे हुए मौन खड़े थे।
शी थाइफेंग ने अपने भाषण में कहा कि आज हम नानचिंग नरसंहार के निर्दोष पीड़ितों, जापानी आक्रमणकारियों द्वारा बेरहमी से मारे गए सभी देशवासियों, और जापानी अतिक्रमण विरोधी युद्ध में बलिदान देने वाले क्रांतिकारी शहीदों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करने के लिए एकत्रित हुए हैं। यह सभा चीनी जनता की शांति और विकास के प्रति अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक स्मृतियां हमारे हृदयों में गहराई से अंकित हैं। आज, चीन के आधुनिकीकरण ने एक भव्य परिदृश्य प्रस्तुत किया है। हमें शी चिनफिंग पार्टी केंद्रीय समिति के चारों ओर एकजुट होना चाहिए, और जापान के खिलाफ प्रतिरोध युद्ध की महान भावना को बढ़ावा देना चाहिए।
२७ फरवरी २०१४ को १२वीं चीनी राष्ट्रीय जन कांग्रेस की स्थायी समिति ने कानून के माध्यम से १३ दिसंबर को नानचिंग नरसंहार के पीड़ितों के लिए राष्ट्रीय स्मृति दिवस के रूप में स्थापित करने का निर्णय पारित किया।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)